कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए प्रचार करेंगी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस उस राज्य में चुनाव नहीं लड़ेगी। सपा के उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने मंगलवार को यह बात कही। नंदा ने इस मुद्दे पर बनर्जी के साथ उनके आवास पर एक घंटे तक बैठक की।
अखिलेश यादव के साथ वर्चुअल प्रचार करेंगी ममता
नंदा ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, "तृणमूल कांग्रेस उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ेगी और भाजपा के खिलाफ लड़ाई में समाजवादी पार्टी का समर्थन करेगी। ममता बनर्जी लखनऊ और वाराणसी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ वर्चुअल प्रचार करेंगी। वह आठ फरवरी को लखनऊ में होंगी और एक वर्चुअल प्रचार में शामिल होंगी। वह फिर अखिलेश जी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करेंगी।"
फरवरी के अंत में वाराणसी का दौरा करेंगी ममता
उन्होंने कहा कि बनर्जी फरवरी के अंत में वाराणसी का भी दौरा करेंगी, लेकिन तारीख अभी तय नहीं हुई है। नंदा ने कहा, "वह (बनर्जी) एक वर्चुअल बैठक के लिए वाराणसी जाएंगी।" उन्होंने कहा कि कोविड रोधी प्रतिबंधों के कारण चुनाव प्रचार अधिकांशत: वर्चुअल रूप से किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीट के लिए सात चरणों में 10 फरवरी से सात मार्च तक मतदान होगा।
ममता एक मजबूत नेता-नंदा
नंदा ने कहा, “ममता बनर्जी एक मजबूत नेता हैं और जिस तरह से उन्होंने भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ी तथा 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में उसे हराया, वह पूरे विपक्ष के लिए एक सबक है। उनकी लड़ाई अभूतपूर्व थी। पूरे देश ने उस लड़ाई को देखा जो उन्होंने भाजपा के रथ के खिलाफ लड़ी थी।" उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव के ममता बनर्जी के साथ अच्छे संबंध हैं और वह जनवरी 2019 में तृणमूल कांग्रेस की मुखिया द्वारा आयोजित विपक्ष की एक बड़ी बैठक में भी शामिल हुए थे। पूर्ववर्ती वाम मोर्चा शासन के दौरान पश्चिम बंगाल में सबसे लंबे समय तक सेवा करनेवाले मत्स्य मंत्रियों में से एक नंदा ने 2010 में अपनी पश्चिम बंगाल सोशलिस्ट पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय कर दिया था।
इनपुट-भाषा