बागपत: किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश में लोगों से ट्रैक्टर से आने और मतगणना केंद्रों के पास शिविर लगाने का आग्रह किया। टिकैत ने बुधवार को दावा किया कि इन केंद्रों पर ‘धांधली’ हो सकती है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। किसान नेता टिकैत ने बागपत के बड़ौत में कहा, ‘जिला पंचायत चुनाव में जो किया गया था, उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मतगणना शुरू होने से एक दिन पहले मतगणना केंद्रों पर पहुंचें और मतगणना स्थलों पर ट्रैक्टर के साथ शिविर लगाएं।’
’10 मार्च को वहां जाने की इजाजत नहीं होगी’
टिकैत ने लोगों से एक दिन पहले बिस्तर के साथ पहुंचने के लिए कहा क्योंकि उन्हें 10 मार्च को वहां जाने की अनुमति नहीं होगी। टिकैत ने कहा कि देश को एक बड़े आंदोलन की आवश्यकता है जिससे बदलाव जरूर आएगा। बागपत के बड़ौत पहुंचे टिकैत ने कहा, 'जिला पंचायत चुनाव में जो किया गया था, उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मतगणना शुरू होने से एक दिन पहले मतगणना केंद्रों पर पहुंचें और मतगणना स्थलों पर ट्रैक्टर के साथ डेरा डालें।'
‘चुनावों के दौरान 10-15 दिन में हुआ गन्ने का भुगतान’
टिकैत ने लोगों से 9 मार्च को अपने कपड़े और बिस्तर के साथ पहुंचने के लिए कहा और दावा किया कि 10 मार्च को जनता को वहां जाने की अनुमति भी नहीं मिलेगी। गौरतलब है कि पिछले साल राज्य में हुए जिला पंचायत चुनाव में विपक्षी दलों ने बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाया था। बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने कहा, 'किसानों की फसलें भी 'डिजिटल इंडिया कैंपेन' से जोड़ दी जाएं, तो हमारा गन्ने का भुगतान भी हो जाए। हम जिस बेल्ट में हैं, एक साल से गन्ने का भुगतान नहीं हुआ है लेकिन चुनाव के दौरान भुगतान 10 दिन में या 15 दिन में भी हुआ है।'
‘सरकार जब चाहे तब भुगतान करवा सकती है’
टिकैत ने कहा, 'मेरा मतलब यह है कि सरकार जब चाहे भुगतान करवा सकती है। यदि चुनाव हर साल हों, तो गन्ने का भुगतान भी हर साल हो सकता है। देश में एक बड़े आंदोलन की जरूरत है उससे कुछ बदलाव हो सकता है।' यूक्रेन संकट को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए टिकैत ने आरोप लगाया कि वह युद्ध में वोट मांग रही है, जिसे ऑपरेशन गंगा नाम दिया गया है। उन्होंने कहा, 'सरकार के पक्ष में बयान देने वालों को दिखाया जा रहा है और जो सच बता रहे हैं उन्हें नहीं दिखाया जा रहा है।'