वाराणसी: बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को विश्वास जताया कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके मठ में वापस भेज देगी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पिछले 5 वर्षों में संकीर्ण, जातिवादी मानसिकता के साथ काम करने और दलितों, पिछड़ों तथा मुसलमानों को हर स्तर पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। योगी सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि मुसलमानों के विकास व उत्थान एवं उनकी सुरक्षा आदि की तरफ तो इस पार्टी की सरकार ने ध्यान नहीं ही दिया।
बीएसपी सुप्रीमो ने वाराणसी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘आप लोगों की भीड़ व जोश को देखकर ऐसा लग रहा है कि आप लोग इस बार फिर से बीएसपी के नेतृत्व में बीएसपी की पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे और अपनी बहन जी को पांचवीं बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री भी बनाएंगे। तभी आप लोग योगी जी को उनके मठ में वापस भेज सकेंगे, जहां उनकी सही जगह है। योगी जी को मठ में भेजना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में जातिवादी और संकीर्ण मानसिकता के तहत चलकर खासकर दलितों, अन्य पिछड़े वर्गो के लोगों की हर स्तर पर काफी उपेक्षा की।’
मायावती ने कहा, ‘मुसलमानों के विकास व उत्थान एवं उनकी सुरक्षा आदि की तरफ तो इस पार्टी की सरकार ने ध्यान नहीं ही दिया बल्कि द्वेष की भावना के तहत अधिकांश फर्जी मामलों में फंसा कर उन्हें उजाड़ने और तबाह करने का काम किया है।' बसपा सुप्रीमो ने दावा किया कि इसी तरह का बुरा हाल इस बार सवर्णों, खासकर ब्राह्मणों का भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इसलिए इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सरकार और उसके मुख्यमंत्री को सत्ता से बेदखल कर उन्हें वापस न आने देने की सजा देने का समय आ गया है।
मायावती ने कहा कि अभी तक जितने भी चरणों में मतदान हुआ है, उनमें बहुजन समाज पार्टी की बहुत ही अच्छी रिपोर्ट मिल रही है। उन्होंने कहा कि मीडिया खासतौर से ‘ओपिनियन पोल’ और सर्वेक्षणों आदि में बहुजन समाज पार्टी को कहीं गिन ही नहीं रही है। उन्होंने दावा किया कि नतीजे वाले दिन मीडिया का चेहरा उतर जाएगा और मीडिया महसूस करेगी कि उसने गलत किया है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बसपा का शासन आएगा तो फिर से विकास के साथ अमन चैन कायम होगा।