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Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज UP Election 2022: लखीमपुर में BJP बचा पाएगी अपनी सीट, तिकोनिया कांड से बदले समीकरण?

UP Election 2022: लखीमपुर में BJP बचा पाएगी अपनी सीट, तिकोनिया कांड से बदले समीकरण?

लखीमपुर सदर में भाजपा ने विधायक योगेश वर्मा तो सपा ने पूर्व विधायक उत्कर्ष वर्मा को मैदान में उतारा है। बसपा ने मोहन वाजपेयी को टिकट दिया है। इससे मुकाबला और दिलचस्प हो चला है। 

UP Election 2022- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO UP Election 2022

Highlights

  • 2017 में भाजपा ने लखीमपुर खीरी में शानदार प्रदर्शन किया था
  • किसान आंदोलन के बाद जिले में तेजी से बदले हालात?
  • BJP पर पिछला प्रदर्शन दोहराने का दबाव है?

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के खीरी जिले में 8 सीटें हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में जिले की इन आठों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लहराया था। इस बार के विधानसभा चुनाव में पिछले रिकॉर्ड की परीक्षा होनी है। गौरतलब है कि, भाजपा ने 8 में से 7 सीटों पर सिटिंग एमएलए को टिकट दिया है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले (Lakhimpur Kheri voting date 2022) में चौथे चरण में यानी 23 फरवरी को वोटिंग होनी है। लखीमपुर खीरी जिले में 8 विधानसभा सीटें पलिया, निघासन, गोला गोकर्णनाथ, श्री नगर, धौरहरा, लखीमपुर, कसता और मोहम्मदी हैं।

लखीमपुर सदर में भाजपा ने विधायक योगेश वर्मा तो सपा ने पूर्व विधायक उत्कर्ष वर्मा को मैदान में उतारा है। बसपा ने मोहन वाजपेयी को टिकट दिया है। इससे मुकाबला और दिलचस्प हो चला है। खीरी में सियासत किस करवट जाएगी, इस पर सबकी नजर है। बता दें कि, किसान आंदोलन और तिकोनिया कांड के कारण सत्तारूढ़ दल के लिए यहां थोड़ी मुसीबत हो सकती है। तिकोनिया कांड के आरोपी आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) की रिहाई का भी असर पड़ सकता है। आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे हैं। लखीमपुर सदर विधानसभा सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प है। 

लखीमपुर सदर विधानसभा सीट पर 2017 के चुनाव की बात करें तो यहां बीजेपी के योगेश वर्मा ने जीत दर्ज की थी। योगेश वर्मा को कुल 1 लाख 22 हजार (48.45 प्रतिशत) से ज्यादा वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे सपा के उत्कर्ष वर्मा को को 84 हजार ((33.54 प्रतिशत)) से ज्यादा वोट मिले थे। वहीं बसपा के शशिधर मिश्रा को 39 हजार से ज्यादा वोट मिले थे वे तीसरे नंबर पर रहे। यहां 2017 में 3 लाख 93 हजार (64.97 प्रतिशत) से ज्यादा लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया था।