UP Election 2022: 'तीन अंकों तक नहीं पहुंच पाएंगे सपा-बसपा-कांग्रेस, दिनेश शर्मा ने किया दावा
अपने चुनाव लड़ने के सवाल पर डा. शर्मा ने कहा कि मैं संगठन से आया हुआ व्यक्ति हूं। मैं वार्ड से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक काम कर चुका हूं। भाजपा में सब कुछ संगठन ही तय करता है। पार्टी जो कहेगी वह करेंगे।
Highlights
- अपराध के प्रति जीरो टालरेंस की नीति पर सरकार चल रही है- शर्मा
- 'भाजपा परफारमेंस के आधार पर टिकट देती है'
- 'भाजपा इस बार पिछला रिकार्ड तोड़गी'
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। सत्तारूढ़ दल भाजपा की ओर से उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा चुनाव में प्रचार अभियान की कमान संभाले हैं। उन्हें भाजपा सरकार के पांच सालों के कार्यों के जरिए बड़ी जीत दर्ज करने का भरोसा है। वहीं विपक्षी दल सपा, बसपा कांग्रेस को तीन अंको नहीं पहुंचने का दावा भी कर रहे हैं। आईएएनएस से बातचीत में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि भाजपा को पहले से ज्यादा सीटें इस चुनाव मिलने जा रही हैं।
भाजपा के लोग जनता का ध्यान मुख्य मुद्दों से भटकाने के लिए चुनाव को हिन्दु-मुस्लिम और पाकिस्तान पर केंद्रित कर रहे हैं, विपक्ष के इस आरोप पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि जिन्ना और पाकिस्तान का जिक्र विपक्ष ने ही किया है। उनके पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। प्रधानमंत्री के लिए अन्तिम समय की बात कर रहे हैं। भाजपा नेताओं के लिए अपशब्दों का प्रयोग विपक्ष कर रहा है। यह उनकी खीझ है। विकास न कर पाने का दु:ख होने के बजाय इस प्रकार का आचरण करेंगे। यह उचित नहीं है।
जाट और किसान वोटों की नाराजगी को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसान पूरी तरह हमारे साथ है। तमाम किसान नेता हमारे पक्ष में हैं। किसानों के लिए भाजपा सरकार ने बहुत काम किया है। किसान और कृषि आधारित नीतियां हमने बनाई है। विपक्ष केवल अफवाह फैला रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ रहे हैं, उप मुख्यमंत्री केशव भी चुनाव मैदान में हैं, अपने चुनाव लड़ने के सवाल पर डा. शर्मा ने कहा कि मैं संगठन से आया हुआ व्यक्ति हूं। मैं वार्ड से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक काम कर चुका हूं। भाजपा में सब कुछ संगठन ही तय करता है। पार्टी जो कहेगी वह करेंगे।
अपराधी की पैरवी नहीं करनी चाहिए। लेकिन मृतक विकास दुबे की पत्नी को सर्टिफिकेट के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, इस मामले में उन्होंने कहा कि जो बिन्दु न्यायालय में हैं उस पर टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। अपराध के प्रति जीरो टालरेंस की नीति पर सरकार चल रही है। सबके साथ समान व्यवहार है। सबका साथ सबका विश्वास ही हमारा उद्देश्य है। यही कारण है सभी लोग हमारे साथ है।
खुशी दुबे के मामले में भी कहा कि यह मामला न्यायालय में है, इस पर कोई टिप्पणी ठीक नहीं है। प्रत्याशियों को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं का हमेशा ध्यान रखती है। पार्टी हमेशा छोटे-बड़े सभी कार्यकर्ताओं का ध्यान देती है।
विधान परिषद में बाहर से आने वालों को टिकट मिलने पर कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं का ध्यान रखेगी। जो पार्टी की नीति और सिद्धान्त पर खरे उतरेंगे उनको मौका मिलेगा। भाजपा से टूट कर कई मंत्री सपा में चले गये, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे यहां तीन की चर्चा है, लेकिन उनके कई दर्जन विधायक आ गए हैं। अति-पिछड़ा अनुसूचित वर्ग के लोग यहां आ गये। मंडल व जिलों की समितियां पार्टी में आ गयी हैं। उसकी चर्चा भी होनी चाहिए।
एक अन्य सवाल के जवाब में डा. शर्मा ने कहा कि भाजपा परफारमेंस के आधार पर टिकट देती है। जिसका टिकट कटा है, उसे कहीं और मौका दिया जाएगा। पार्टी में सभी का सम्मान है। डा. शर्मा ने कहा कि भाजपा दलित, आगड़े, पिछड़ों सबकी पार्टी है, यहां सबका सम्मान है। हम जाति के आधार पर नहीं कर्म के आधार पर कार्यों को संचालित करते हैं।
चुनाव जीतने पर पार्टी का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह पूछने पर वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि योगी जी हमारे पार्टी के शीर्ष नेता हैं। उनके नेतृत्व में हमने पांच साल कार्य किया है। भविष्य में एक अच्छे और उज्जवल प्रशासक के रूप में उनका नेतृत्व प्राप्त हो यह पार्टी पहले ही तय कर चुकी है। इस संदर्भ में राष्ट्रीय नेतृत्व का बयान पहले ही आ चुका है। इसमें शंका की कोई बात ही नहीं है।
सपा ने 300 यूनिट फ्री बिजली और पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा उठाकर स्ट्रोक खेलने का प्रयास किया है, इस पर डॉ. शर्मा ने कहा कि ये हिट विकेट हो गये हैं। उन्होंने यह नहीं बताया कि 2005 में जब पुरानी पेंशन को खत्म किया गया, उस समय मुलायम सिंह की ही सरकार थी। उस समय इन लोगों ने क्यों नहीं इस मुद्दे को उठाया। 10 हजार करोड़ का अंशदान भी जमा नहीं किया। इसे भाजपा सरकार में जमा किया गया। हमारी सरकार में जो 10 प्रतिशत का अंशदान था, उसे बढ़ाकर 14 प्रतिशत किया गया। वेतन भत्ता की प्रक्रिया को नई पेंशन में बरकरार रखा गया। पुरानी पेंशन के बेहतर विकल्प नई पेंशन में केन्द्र और राज्य द्वारा समाहित हो रहे हैं। उसके लाभ भी ज्यादा हैं।
उन्होंने आगे कहा कि ये लोग वह घोषणा करते हैं, जो कभी कर नहीं सकते हैं। जैसे 2012 इन्होंने 47 लाख घर देने के फार्म भरवाए थे, लेकिन बाद में दिए मात्र हजार दो हजार मकान। वहीं भाजपा सरकार ने 2017 में 45 लाख माकान दिए। वही लोग अब बिजली के फार्म भरवा रहे हैं। जब जान गये कि किसानों का बिजली बिल भाजपा सरकार ने आधा कर दिया तो ये उसे पूरा माफ करने की बात कह रहे हैं। ये लोग अर्नगल घोषाणाएं कर रहे हैं। हम किसानों के लिए अच्छे विकल्प लेकर आएंगे।
आवारा पशुओं के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार में एक भी रुपए गौशाला के लिए नहीं दिया गया। हमारी सरकार में प्रत्येक जिले में गौशााला खोलने और गाय पालने के लिए एक निश्चित धनराशि दी जा रही है। कई गांवों में गौशाला खुली है, आगे और विस्तार होगा।
एक अन्य सवाल के जवाब में डॉ. दिनेश ने कहा कि विपक्षियों की जो सूची जारी हुई है, उसमें से अलादीन के चिराग से जैसे जिन्न निकला वैसे ही इनकी सूची से अपराधी निकल रहे हैं। यूपी फिर से अपराध ग्रस्त न हो जाए, यह आशंका मतदाताओं के बीच में पैदा हो रही है। ऐसे में भाजपा इस बार पिछला रिकार्ड तोड़गी। सपा, बसपा और कांग्रेस तीन अंकों तक नहीं पहुंच पाएंगे।