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Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज UP assembly Elections: भारी भीड़ के चलते अमित शाह ने देवबंद में रोका घर-घर प्रचार अभियान

UP assembly Elections: भारी भीड़ के चलते अमित शाह ने देवबंद में रोका घर-घर प्रचार अभियान

देवबंद में लोग गृह मंत्री का स्वागत करने के लिए ढोल बजाकर नाच रहे थे, जबकि महिलाओं और बच्चों ने अपनी बालकनियों से फूलों की वर्षा की।

Amit Shah, Amit Shah Deoband, Amit Shah Deoband Campaign, UP assembly Elections- India TV Hindi Image Source : TWITTER.COM/AMITSHAH केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देवबंद में चुनाव प्रचार करते हुए।

Highlights

  • मुजफ्फरनगर के देवबंद बाजार में एक अन्य कार्यक्रम में शाह ने शिव मंदिर का दौरा किया।
  • शाह ने मतदाताओं को पर्चे बांटे और जन संपर्क अभियान के तहत लोगों से मुलाकात की।
  • देवबंद में लोग गृह मंत्री का स्वागत करने के लिए ढोल बजाकर नाच रहे थे।

देवबंद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को देवबंद में अपने चुनाव प्रचार को बीच में ही रोक दिया। दरअसल, देवबंद में घर-घर प्रचार कर रहे अमित शाह के साथ कोविड -19 प्रोटोकॉल के बीच भारी भीड़ जमा हो गई थी। मुजफ्फरनगर के देवबंद बाजार में एक अन्य कार्यक्रम में शाह ने शिव मंदिर का दौरा किया, मतदाताओं को पर्चे बांटे और जन संपर्क अभियान के तहत लोगों से मुलाकात की।मुजफ्फरनगर शहर के लोगों ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले घर-घर प्रचार अभियान के दौरान उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

शाह पर लोगों ने घरों की बालकनियों से फूलों की वर्षा की
देवबंद में लोग गृह मंत्री का स्वागत करने के लिए ढोल बजाकर नाच रहे थे, जबकि महिलाओं और बच्चों ने अपनी बालकनियों से फूलों की वर्षा की। अमित शाह के प्रचार अभियान के दौरान लोगों में काफी उत्साह देखा गया। लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ सड़क पर भी खूब डांस किया। बता दें कि चुनाव आयोग की पाबंदियों के चलते घर-घर प्रचार अभियान में कुल मिलाकर 10 लोग ही हिस्सा ले सकते हैं लेकिन देवबंद में शाह के साथ लोगों की भीड़ जुट गई थी। बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए शाह ने प्रचार अभियान को बीच में ही रोकने का फैसला किया।


‘सपा की सरकार बनी तो आजम और अतीक आ जाएंगे’
वहीं, मुजफ्फरनगर में 'प्रभावी मतदाता संवाद' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने अखिलेश और जयंत चौधरी की एकजुटता का उपहास उड़ाया और कहा, 'आजकल अखिलेश यादव और जयंत साथ-साथ दिख रहे हैं, लेकिन यह सिर्फ वोटिंग तक का साथ है, अगर गलती से भी इनकी सरकार बन गई तो जयंत चौधरी जी फिर कहीं नहीं दिखेंगे, तब फिर से आजम खान और अतीक अहमद सामने आ जाएंगे।' शाह ने कहा कि यह अखिलेश यादव के टिकट बांटने से ही सबको साफ साफ समझ आ गया है।