Tripura Elections 2023: 16 फीसदी कैंडीडेट्स पर हैं आपराधिक मामले, क्या है पढ़ाई का स्टैंडर्ड? यहां जानें
विश्लेषण से पता चला कि कुल 259 उम्मीदवारों में से 54 प्रतिशत (139) ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 45 प्रतिशत (116) उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता होने की घोषणा की है।
त्रिपुरा में 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में 259 उम्मीदवारों में से 16 फीसदी (41) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 17 फीसदी (45) करोड़पति हैं। 2018 के विधानसभा चुनावों में, 17 फीसदी (22) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की थी। कुल 13 कांग्रेस उम्मीदवारों में से 54 प्रतिशत (7), 43 माकपा उम्मीदवारों में से 30 प्रतिशत (13) और भाजपा के 55 उम्मीदवारों में से 16 प्रतिशत (9) ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
धनी उम्मीदवारों को दिया टिकट
त्रिपुरा इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा किए गए विश्लेषण के अनुसार चुनाव में धनबल की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने धनी उम्मीदवारों को टिकट दिया। प्रमुख दलों में, भाजपा के 55 उम्मीदवारों में से 31 प्रतिशत (17), कांग्रेस के 13 उम्मीदवारों में से 46 प्रतिशत (6) और माकपा के 43 उम्मीदवारों में से 16 प्रतिशत (7) ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। चुनाव लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 86.37 लाख रुपए है। 2018 में, 297 उम्मीदवारों के लिए प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 46.92 लाख रुपये थी।
बीजेपी के करोड़पति उम्मीदवार
प्रमुख दलों मे भाजपा के 55 उम्मीदवारों की प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 1.86 करोड़ रुपये है, जबकि कांग्रेस के 13 उम्मीदवारों में से प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 2.20 करोड़ रुपये है और माकपा के 43 उम्मीदवारों में यह 53.94 लाख रुपये है और टीपरा मोथा पार्टी के 42 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 78.57 लाख रुपये है।
5वीं पास उम्मीदवार
विश्लेषण से पता चला कि कुल 259 उम्मीदवारों में से 54 प्रतिशत (139) ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 45 प्रतिशत (116) उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता होने की घोषणा की है। दो उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं और दो उम्मीदवारों ने खुद को सिर्फ साक्षर घोषित किया है।
63 फीसदी उम्मीदवारों की उम्र 25 से 40 वर्ष
चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में से 24 प्रतिशत (63) ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 55 प्रतिशत (142) की आयु 41 से 60 वर्ष के बीच है। 21 फीसदी (54) उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी उम्र 61 से 80 साल के बीच बताई है। इस बीच, 2018 में 8 प्रतिशत (24) की तुलना में 12 प्रतिशत (30) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं। 259 उम्मीदवारों में से 140 राष्ट्रीय दलों से, 9 राज्य दलों से, 52 पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों से हैं और 58 उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
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