Goa Vidhan Sabha Chunav 2022: गोवा विधानसभा चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमा रही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद पवन वर्मा ने पणजी में पत्रकारों से कहा कि- टीएमसी असली हिंदू धर्म के साथ है, वो हिंदू धर्म जो सर्वसमावेशी, सहिष्णु, कुपालु और विविधता को अपनाने वाला है। जबकि, दुर्भाग्यवश बीजेपी का हिंदू धर्म असली हिंदू धर्म को तोड़ामरोड़ा हुआ है। वो इसका इस्तमाल नफरत, कट्टरता, बंटवारा करने के लिए कर रहें है।
उन्होंने आगे कहा कि टीएमसी हर आस्था के सम्मान में खड़ी है। मैं जीवन भर हिंदू धर्म का छात्र रहा हूं। ये मेरी हिंदू धर्म पर लिखी किताबें जो नैशनल बेस्ट सेलर रही हैं और जिनका अनुवाद कई भाषाओं में हुआ। हिंदू धर्म सभी के सहअस्तित्व में भरोसा करता है। हिंदू धर्म में एक बड़ा वाक्य है 'सत्य एक है और समझदार लोग इसे अलग अलग नाम से पुकारते है।' हिंदू धर्म का ध्येय वाक्य है 'वसुधैव कुटुंबकम', हिंदू धर्म अन्य आस्थाओं के साथ भी वास करता रहा है इसलिए हम एक बहुसांस्कृतिक और विविधाता वाले देश हैं।
खुद के हिंदूत्व के दावे को सही साबित करने के लिए टीएमसी ने दलील दी कि, अगर ममता को हिंदू लोगों का समर्थन नहीं होता तो क्या वो तीसरी बार मुख्यमंत्री बन पाती? तमाम एंटी इनकंबंसी के बावजूद ममता का वोट पर्सेंट 44 प्रतिशत से बढ़कर 49% कैसे हुआ? क्योंकि हर कम्युनिटी के लोगों ने उनको वोट दिया। वो लोगों के लिए काम करती रही हैं।
पवन वर्मा ने कहा कि हम गोवा में लोगों की सेवा करने के युवा शक्ती, गृहलक्ष्मी जैसे कई प्रोग्राम लेकर आए हैं। वहीं बीजेपी की कोशिश ये दिखाना है कि हिंदू धर्म पर उनकी मोनॉपॉली है और अन्य सभी दल एंटी हिंदू हैं ये उनका राजनीतिक हथियार है, लोगों को बांटने का ताकि वो चुनाव जीत सकें। अल्पकालिक लाभ के लिए बीजेपी हिंदूओं को कठपुतली की तरह इस्तमाल कर रही है और यह दुर्भाग्य की बात है।
पवन वर्मा के मुताबिक, जब टीएमसी कहती है कि वो सच्चे हिंदू धर्म के साथ है तो मतलब हम हर आस्था का सम्मान करने के लिए समर्पित हैं। सद्भाव, सर्वसमावेश, सामाजिक स्थिरता इसी के दम पर भारत प्रगती कर सकता है। गोवा में कई आस्था को मानने वाले लोग हैं जो सैकड़ों वर्षों से साथ रह रहे हैं और इसलिए धर्म का इस्तेमाल कर लोगों को बांटना यह गोवा का अपमान करना है। चुनी हुई सरकार लोगों के लिए काम करे यही सबसे बड़ी सेवा है। बता दें कि, गोवा में करीब 65 फीसदी हिंदू है और करीब 25 फीसदी क्रिश्चन समुदाय के लोग रहते हैं।