Rajya Sabha Elections 2022: राज्यसभा की 57 सीटों पर 10 जून को चुनाव होगा, लेकिन चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की लिस्ट पर पार्टी के भीतर ही भारी आक्रोश दिख रहा है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी के तीन नेताओं विवेक तन्खा (मध्य प्रदेश), पी चिदंबरम( तमिलनाडु), जयराम रमेश (कर्नाटक) को अगर छोड़ दिया जाए तो बाकी नेताओं को दूसरे राज्यों से राज्यसभा का टिकट दिया गया है, मसलन हरियाणा के रणदीप सिंह सुरजेवाला, उत्तर प्रदेश के प्रमोद तिवारी और महाराष्ट्र के मुकुल वासनिक को कांग्रेस ने राजस्थान से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के राजीव शुक्ला और बिहार की रंजीत रंजन को छत्तीसगढ़ से उम्मीदवार बनाया गया है। तो हरियाणा से पार्टी ने दिल्ली के अजय माकन को उम्मीदवार बनाया है। महाराष्ट्र से अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
'राज्य से बाहर के नेताओं को टिकट दिए जाने से जाएगा गलत संदेश'
पार्टी के कई बड़े नेता इसे चिंताजनक घटनाक्रम मान रहे हैं। इन नेताओं का मानना है कि चुनावी राज्यों में राज्य से बाहर के नेताओं को राज्यसभा टिकट दिए जाने से गलत संदेश जाएगा। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल इसमें कोई बुराई नहीं मानते। गोहिल ने इंडिया टीवी से कहा कि अरुण जेटली और लालकृष्ण आडवाणी गुजरात से नहीं थे लेकिन दोनों गुजरात से राज्यसभा सांसद रहे, प्रणब मुखर्जी भी पश्चिम बंगाल से होने के बावजूद गुजरात से राज्यसभा सांसद रहे। उन्होंने कहा कि हाउस ऑफ एल्डर्स में गैलेक्सी ऑफ लीडर्स की आवश्यकता होती है और वही कांग्रेस की लिस्ट में नजर आता है।
यूपी से तीन नेताओं को दिया टिकट
कांग्रेस द्वारा जारी लिस्ट में उत्तर प्रदेश से तीन नेता हैं- प्रमोद तिवारी, इमरान प्रतापगढ़ी और राजीव शुक्ला जो कि मूलतः उत्तर प्रदेश से आते हैं, अलग अलग राज्यों से इनको टिकट दिया गया है। राज्यसभा चुनाव में कैंडिडेट्स के चयन को गलत मानने वाले नेताओ का मानना है कि एक ऐसे राज्य में जहां पार्टी का विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा वहा से तीन कैंडिडेट उतारना गलत है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 2.3% वोट हासिल हुए थे और 97% कैंडिडेट अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे लेकिन फिर भी उत्तर प्रदेश से तीन नेताओं को टिकट दिया गया।
टिकट बंटवारे में गांधी परिवार के सदस्यों के करीबी नेताओं को वरीयता
दरअसल, टिकट बंटवारे में गांधी परिवार के सदस्यों के करीबी नेताओं को वरीयता दी गई है। रणदीप सिंह सुरजेवाला, अजय माकन और रंजीत रंजन राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं, तो वहीं इमरान प्रतापगढ़ी, राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी को प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है। मुकुल वासनिक, पी चिदंबरम, विवके तन्खा, जयराम रमेश कांग्रेस अध्यक्षा की पसंद माने जाते हैं। सूत्रों की अगर मानें तो गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से सीट ऑफर की थी लेकिन उन्होंने लेने से इनकार कर दिया।