कर्नाटक के जिन विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा', वहां कांग्रेस कर गई कमाल
2018 के विधानसभा चुनाव में इन 20 सीट में से कांग्रेस को सिर्फ 5 सीट पर ही जीत मिली थी। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का यह भी मानना है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' ने कर्नाटक में कांग्रेस के लिए 'संजीवनी' का काम किया और कार्यकर्ताओं में नया जोश पैदा किया, जो चुनावी जीत में मददगार रही।
कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। 224 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में कांग्रेस 133 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 3 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने अपनी इस जीत का एक बड़ा श्रेय 'भारत जोड़ो यात्रा' को दिया है और कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा बनाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी' के विमर्श में राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई पदयात्रा ही स्पष्ट विजेता साबित हुई है।
बता दें कि 'भारत जोड़ो यात्रा' कर्नाटक के जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी थी उनमें से 15 सीटों पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई, जबकि जेडीएस को 3 और बीजेपी ने 2 सीट पर जीत दर्ज की है। 2018 के विधानसभा चुनाव में इन 20 सीट में से कांग्रेस को सिर्फ 5 सीट पर ही जीत मिली थी। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का यह भी मानना है कि इस यात्रा ने कर्नाटक में कांग्रेस के लिए 'संजीवनी' का काम किया और कार्यकर्ताओं में नया जोश पैदा किया, जो चुनावी जीत में मददगार रही।
"यात्रा कांग्रेस के संगठन के लिए संजीवनी रही"
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के संगठन के लिए संजीवनी रही। इस यात्रा से पार्टी संगठन और एकजुटता को ताकत मिली और कार्यकर्ताओं में नया जोश पैदा हुआ।" पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई पदयात्रा के विमर्श ने प्रधानमंत्री मोदी से जुड़े विमर्श को पराजित कर दिया।
"कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा 22 दिनों तक रही"
पवन खेड़ा ने कहा, "भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत भारतीय राजनीति में एक विशेष विमर्श के साथ आरंभ हुई, जिसका इंतजार भारत के लोग कर रहे थे। कर्नाटक में 'भारत जोड़ो यात्रा' करीब 22 दिनों तक रही। आपको वो दृश्य याद होगा कि पिछले साल अक्टूबर में 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान मूसलाधार बारिश में भी राहुल गांधी का भाषण जारी रहा। मुझे लगता है कि ये दृश्य लोगों के दिमाग में मौजूद रहे।" उनका कहना है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' का संदेश कर्नाटक समेत पूरे देश में गया। खेड़ा ने इस बात पर जोर दिया, "चुनाव विमर्श की लड़ाई होती है। 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनाम भारत जोड़ो यात्रा' के विमर्श में 'यात्रा' स्पष्ट विजेता है।"
इन विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी थी 'भारत जोड़ो यात्रा'
कांग्रेस के मुताबिक, उसकी यात्रा कर्नाटक के 20 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी थी उनमें से 15 सीट कांग्रेस ने जीती है। इनमें बेल्लारी जिले की बेल्लारी एवं बेल्लारी शहर विधानसभा सीट, चामराजनगर जिले की गुंडुलपेट विधानसभा सीट, चित्रदुर्ग जिले की हिरियूर एवं मोलकालामुरू विधानसभा सीट और मांड्या जिले की मेलुकोट (सहयोगी), नागमंडगला और श्रीरंगपटना विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है।
इसके साथ ही मैसुरू जिले की नांनजनगौड़ एवं वरुणा, रायचूर जिले की रायचूर ग्रामीण विधानसभा सीट, तुमकुरू जिले की गुब्बी और सीरा विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मांड्या जिले में 'भारत जोड़ो यात्रा' का हिस्सा बनी थीं। राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस ने पिछले साल 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाली थी। यात्रा 30 सितंबर को चामराजनगर जिले से कर्नाटक में दाखिल हुई थी और यह करीब 22 दिनों तक प्रदेश में रही। करीब चार हजार किलोमीटर की पदयात्रा का इस साल 30 जनवरी को श्रीनगर में समापन हुआ था।