चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब के लोगों से मंगलवार को अनुरोध किया कि वे राज्य विधानसभा चुनावों के लिए 20 फरवरी को होने वाले मतदान के दौरान कम से कम 50,000 मतों से अंतर से उन्हें विजयी बनाएं। चन्नी के बयान से कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि चन्नी चमकौर साहिब सीट से हार रहे हैं।
चन्नी ने रूपनगर जिले में चमकौर साहिब सीट (एससी) से नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आपको मुझे 50,000 मतों के अंतर से विजयी बनाना होगा।’’ इस दौरान उनका परिवार भी उनके साथ मौजूद था। उन्होंने आगामी चुनावों में लोगों से उन्हें पूरे दिल से सहयोग देने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘‘यदि हम (चमकौर साहिब से) 50,000 से कम मतों के अंतर से जीतते हैं, तो यह जीत नहीं होगी।’’ चन्नी ने अपने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन पर चमकौर साहिब के लोगों की आवाज दबाने के लिए हाथ मिलाने का आरोप लगाया।
अट्ठावन वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘वे जितनी बार चाहें, उतनी बार छापा मार सकते हैं। जितनी चाहे, उतनी फर्जी प्राथमिकियां दर्ज कर सकते हैं...भले ही कुछ भी हो जाए, चमकौर साहिब के लोग मेरे साथ हैं।’’ तीन बार के विधायक चन्नी ने कहा, ‘‘मैं आपका बेटा और आपका भाई हूं। मैं 15 साल से आपके साथ हूं और एक भी दिन के लिए आपसे दूर नहीं गया। मैं आपके बिना कुछ नहीं हूं।’’ उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे इस चुनाव में इस निर्वाचन क्षेत्र से उनका समर्थन करें।
प्रवर्तन निदेशालय ने हाल में पंजाब में अवैध रेत खनन के खिलाफ जारी धनशोधन रोधी जांच के सिलसिले में की गई छापेमारी के दौरान 10 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी, जिसमें से आठ करोड़ रुपए चन्नी के एक रिश्तेदार से जुड़े परिसरों से जब्त किए गए थे। चन्नी ने इस मामले में उनका कोई भी संबंध होने से इनकार किया है। उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर उनके खिलाफ ‘‘निंदनीय अभियान चलाने और दुष्प्रचार’’ करने का आरोप लगाया है।
चन्नी 2007 से चमकौर साहिब विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह 2017 के चुनाव में 12,308 मतों के अंतर से विजयी हुए थे। चन्नी ने सोमवार को बरनाला जिले की भदौड़ (आरक्षित) सीट से भी नामांकन पत्र दाखिल किया था। चन्नी पंजाब के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो अनुसूचित जाति समुदाय से संबंध रखते हैं।
(इनपुट- एजेंसी)