चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास के इस आरोप की जांच का आदेश देने का अनुरोध किया है कि अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अलगाववादियों का समर्थन कर रहे हैं। इससे पहले, AAP नेता राघव चड्ढा ने विश्वास के आरोपों को ‘दुर्भावनापूर्ण, निराधार और मनगढ़ंत’ बताया था। चन्नी ने एक ट्वीट में कहा, ‘पंजाब के सीएम के रूप में, मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से डॉ कुमार विश्वास जी के वीडियो के मामले में निष्पक्ष जांच का आदेश देने का आग्रह करता हूं।’
‘पंजाब के लोगों ने भारी कीमत चुकाई है’
चन्नी ने ट्वीट कर कहा, ‘राजनीति के अलावा, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है। माननीय प्रधानमंत्री को हर पंजाबी की चिंता को दूर करने की आवश्यकता है।’ पीएम मोदी ने गुरुवार को अबोहर की एक रैली में अपने भाषण में विश्वास का नाम लिए बिना कहा था कि कवि, जो कभी केजरीवाल के करीबी मित्र होते थे, के आरोप ‘बहुत खतरनाक’ हैं और इसने उनके (केजरीवाल) ‘चरित्र’ को स्पष्ट कर दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बस्सी पठाना में एक रैली में विश्वास के आरोप पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाया था।
‘विश्वास 2017 से आज तक चुप क्यों रहे?’
इससे पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी अलगाववादियों को समर्थन देने के आरोपों पर केजरीवाल से स्पष्टीकरण मांगा था। चड्ढा ने विश्वास से सवाल किया था, 'अगर उनके पास ऐसी कोई जानकारी थी तो वह 2017 से आज तक चुप क्यों रहे। चुनाव से एक दिन पहले अचानक उन्हें ये बातें कैसे याद आ गईं? अगर उनके पास केजरीवाल के खिलाफ आतंकवाद से जुड़़ा कोई सबूत था तो उन्होंने सुरक्षा और जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी? क्या वह भी इसमें शामिल थे, इसलिए वह इतने लंबे समय तक चुप रहे?’
‘विश्वास ने पहले ही पार्टी क्यों नहीं छोड़ दी’
चड्ढा ने कहा था, ‘वह 2018 तक पार्टी में क्यों थे, उन्होंने पहले ही पार्टी क्यों नहीं छोड़ दी थी? कुमार विश्वास को राज्यसभा की सीट नहीं मिली इसलिए वह चुनाव के समय केजरीवाल के खिलाफ इस तरह की फर्जी खबरें फैला रहे हैं।’ पंजाब में विधानसभा चुनाव 20 फरवरी को है।