15 फरवरी को प्रियंका गांधी पंजाब के रूपनगर में चुनाव प्रचार करने पहुंची थीं। उन्होंने कहा था, 'समझदारी का इस्तेमाल करो, चुनाव का समय है, लंबी-लंबी बातें नहीं कहना चाहती लेकिन पंजाब के लोगो, बहनो-भाइयों जो आपके सामने है, उसे ठीक से पहचानो...।' इसके बाद सीएम चन्नी ने जोश में 'यूपी-बिहार के भइये' कहते हुए पंजाबी बनाम 'बाहरी' का कार्ड खेल दिया था।
प्रियंका गांधी से सवाल पूछा, 'पंजाब में चन्नी जी के साथ जब आप खड़ी हुई थीं तो उन्होंने यूपी और बिहार के भइये कहा। आप यूपी की प्रभारी हैं, आपने बाद में ताली भी बजाई।' इसके जवाब में कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'मीडिया और बीजेपी में कुछ लोग ऐसे हैं जो चीजों को घुमाने में माहिर हैं। इसी की वजह से ये सब चीजें हुई हैं। चन्नी जी कह रहे थे कि पंजाब में पंजाबियों का राज होगा। बाहर से जो आ रहे हैं... उन्होंने स्पष्ट किया था कि वो योगी जी और मोदी के बारे में कह रहे हैं।'
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, 'चन्नी जी ने साफ कहा था कि बाहर से पंजाब में राज नहीं होगा। इसमें कौन-सा यूपी का अपमान है? ये तो यूपी की जनता भी कहेगी कि हमें दूसरे प्रदेशों का राज नहीं चाहिए। इसमें कोई गलत बात तो नहीं हो सकती। बेरोजगार युवाओं का रोज़ाना अपमान नहीं हो रहा है। चार-चार सालों से वह युवाओं के पेपर लटकवा रहे हैं। उनके पेपर में माफियाओं को घुसने दे रहे हैं। क्या ये युवाओं का अपमान नहीं है।'
प्रियंका कहती हैं, 'आपके मंत्री ने जीप के पहिये के नीचे किसान को कुचल दिया और आपने मंच पर अपने साथ उस मंत्री को बैठाया। अभी तक उनका इस्तीफा नहीं लिया। उनके बेटे को जेल से बाहर आने दिया। तो क्या ये आप यूपी के लोगों का अपमान नहीं कर रहे हैं। जब महिलाओं पर अत्याचार होते हैं तो आपकी पुलिस अपराधी की मदद करता है तो क्या ये यूपी के लोगों का अपमान नहीं है। दरअसल हमारी बातों को घुमाकर पेश किया जाता है। ये सब वो मुद्दे हैं जो जनता की समस्या है ही नहीं।'