पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को राज्य में नयी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया। सावंत की पार्टी (भारतीय जनता पार्टी) दो दिन पहले आए चुनाव परिणाम में 40 सदस्यीय विधानसभा में 20 सीटें जीतकर राज्य में अकेली सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है। सावंत ने दोपहर के करीब राजभवन में राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंपा।
बाद में प्रमोद सावंत ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें नयी सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने के लिए कहा गया है। राज्यपाल ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने सावंत का इस्तीफा मंजूर कर लिया है और उन्हें ''वैकल्पिक व्यवस्था'' होने तक राज्य का कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त किया है।
राज्यपाल ने कहा, ''भारत में यह परंपरा रही है कि जनादेश के बाद मुख्यमंत्री अपना इस्तीफा सौंपते हैं और वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है। ऐसी व्यवस्था होने तक, मैं उन्हें (सावंत को) कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त कर रहा हूं।'' इस बीच, राज्यपाल से मुलाकात के बाद सावंत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्यपाल ने मुझे कार्यवाहक मुख्यमंत्री का नियुक्ति पत्र दिया है।’’ सावंत ने कहा कि नयी सरकार बनाने का दावा पेश करने की तारीख अभी पार्टी ने तय नहीं की है।
उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक गोवा और अन्य तीन राज्यों (जहां भाजपा ने सत्ता बरकरार रखी है) का दौरा करेंगे, जिसके बाद संबंधित राज्यों में शपथ ग्रहण की तारीखों की घोषणा की जाएगी।’’ हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पर्यवेक्षक कब आएंगे। उन्होंने कहा कि नयी सरकार बनाने का दावा पेश करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और शुक्रवार को राज्य मंत्रिमंडल ने सोमवार को सदन को भंग करने की सिफारिश करने का फैसला किया है।
गोवा में सत्ताविरोधी लहर के बाद भी भाजपा 20 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। उसने लगातार तीसरी बार सरकार गठन के लिए तत्परता से क्षेत्रीय दल एमजीपी और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन जुटा लिया है।