नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने शनिवार को घोषणा की है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव मतदान वाले दिन राष्ट्रीय राजधानी में कार्यरत राज्य के मतदाताओं को सवैतनिक अवकाश मिलेगा, ताकि वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। दूसरे चरण के तहत 14 फरवरी, तीसरे चरण के तहत 20 फरवरी, चौथे चरण के तहत 23 फरवरी, पांचवें चरण के तहत 27 फरवरी, छठे चरण के तहत तीन मार्च और अंतिम चरण के तहत सात मार्च को वोट पड़ने हैं। वोटों की गिनती दस मार्च को की जाएगी।
दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासनिक विभाग के एक नोटिस के अनुसार, फैसला राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में किसी भी व्यवसाय, व्यापार, औद्योगिक उपक्रम या किसी अन्य प्रतिष्ठान में कार्यरत हर उस व्यक्ति पर लागू होगा, जो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोट देने का हकदार है।
नोटिस में कहा गया है कि मतदान के दिन छुट्टी लेने पर वेतन में कोई कटौती नहीं होनी चाहिए। इसमें हालांकि, यह भी कहा गया है कि आदेश किसी ऐसे व्यक्ति पर लागू नहीं होगा, जिसकी ‘अनुपस्थिति से संबंधित प्रतिष्ठान को कोई नुकसान या हानि हो सकती है।’
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले यूपी के दो शहरों-नोएडा और गाजियाबाद में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में दस फरवरी को मतदान होना है।