इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'चुनाव मंच' पर राजनीतिक दिग्गजों ने रखी बेबाक राय, जानिए किसने क्या कहा?
गुजरात चुनाव को लेकर इंडिया टीवी के तरफ से आयोजित 'चुनाव मंच' के कार्यक्रम में कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने शिरकत की। चुनाव मंच पर आए सभी नेताओं ने देश और गुजरात के मुद्दों पर खुलकर बात की।
गुजरात चुनाव को लेकर इंडिया टीवी के 'चुनाव मंच' कार्यक्रम में कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने शिरकत की। चुनाव मंच पर आए नेताओं ने देश और गुजरात के मुद्दों पर खुलकर बात की। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, बीजेपी राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी और गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सी.आर पाटिल समेत कई नेता शामिल रहे। वहीं, कांग्रेस से राज्यसभा सांसद मोहम्मद इमरान प्रतापगढ़ी, अभय दुबे और अल्पेश ठाकोर समेत कई नेता इस कार्यक्रम के हिस्सा बने। इसके अलावा AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी समेत कई नेताओं ने भी चुनावी मंच पर अपनी बात रखी।
दिनभर चले इस कार्यक्रम में किस नेता ने क्या प्रतिक्रियाएं दीं-
गुजरात के गृह मंत्री ने गांधी परिवार पर साधा निशाना
चुनाव मंच के पहले अतिथि के रूप में आए गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, "मेरे बाद भी मेरे परिवार से कोई पॉलिटिक्स में आएगा या नहीं मुझे नहीं पता, क्योंकि मेरा जन्म गांधी परिवार में नहीं हुआ है। मेरा जन्म हीरे के व्यापार से जुड़े एक मध्यमवर्गीय व्यापारी परिवार में हुआ है। मुझे भारतीय जनता युवा मोर्चा के साथ गुजरात के गांव-गांव में जाने का मौका मिला। मैं राजनीति और सामाजिक काम करता रहता हूं। मैंने कई बार कहा है कि मात्र 27 साल की उम्र में बीजेपी खासकर नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने मुझे चुनाव लड़ने का मौका दिया।"
मोरबी पर बोले गुजरात के गृह मंत्री
मोरबी हादसे पर जब इंडिया टीवी के तरफ से सवाल किया गया तो हर्ष सांघवी ने जवाब देते हुए कहा, "मोरबी का हादसा बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था। हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने निर्णय लिया कि इसकी जांच एक हाई लेवल कमिटी करे। हादसे के कुछ ही देर बाद मामला भी दर्ज किया गया, बचाव कार्य भी तेजी से शुरू किया गया। हादसे में पहला घायल व्यक्ति घटना के 18 मिनट बाद ही सिविल हॉस्पिटल में पहुंचाया गया था। हादसे के बाद लोगों को राहत देने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की गई। मोरबी के लोगों ने जिस तरह सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर मदद की, वह देश के लिए रोल मॉडल है, क्योंकि 5 किलोमीटर दूर अस्पताल तक पहुंचने के लिए किसी भी एंबुलेंस को एक ब्रेक मारने की भी जरुरत नहीं पड़ी।"
सभी परिवारों को न्याय दिलाने का विश्वास
घड़ी और बल्ब बनाने वाली कंपनी को पुल बनाने का ठेका देने के सवाल पर सांघवी ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक ब्रिज था। वह मोरबी शहर की पहचान था। कंपनी ने पीपीपी मॉडल के तहत पुल को चलाने के लिए इसे मांगा था, सरकार ने पैसा लेकर कोई ठेका नहीं दिया। उनको सिर्फ ब्रिज चलाने के लिए दिया गया था। पुल के मरम्मत की जिम्मेदारी प्रॉपर एजेंसियों की थी। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं सभी परिवारों को न्याय मिलेगा।"
हर्ष सांघवी के बाद हमारे दूसरे मेहमान के रूप में असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी बात रखी और इंडिया टीवी और जनता के सवालों का जवाब दिया। आइए बातचीत के कुछ अहम अंश पर नजर डालते हैं।
अमित शाह के बयान पर ओवैसी का पलटवार
अमित शाह के '2002 में उपद्रवियों को सबक सिखाने' के बयान पर ओवैसी ने कहा, "2002 के दंगों को सारी दुनिया एक जेनोसाइड के तौर पर जानती है। गोधरा की घटना के बाद हजारों लोग अपने ही देश में मारे गए। कई मुस्लिम महिलाओं का रेप हुआ। कई लोगों की हत्या हुई, जिनमें हिंदू भी हैं और मुस्लिम भी हैं। मैं जानता हूं उसमें कितने लोगों को परेशानी हुई। अगर होम मिनिस्टर इस तरह की बात कर रहे हैं, तो वह स्टेट वायलेंस को जस्टिफाई कर रहे हैं।' गोधरा रेलवे स्टेशन पर सुपरफास्ट कितनी ट्रेनें रुकती हैं, देख लीजिए। गोधरा में एक रेलवे अंडरब्रिज बन चुका है, लेकिन उसे इसिलए नहीं खोला जाता, क्योंकि मुसलमानों को फायदा होगा। गोधरा में देखिए कितने मुस्लिम इलाकों में वाटर पाइपलाइन पहुंची है।
बिलकिस के दोषियों को क्यों छोड़ा?
ओवैसी ने आगे कहा, "अगर वह कह रहे हैं कि सबक सिखाया तो बिलकिस बानो को रेप करने वालों को क्यों छोड़ा? नरोदा पाटिया में 92 मुसलमानों का दोषी जमानत पर निकलता है, तो मोदी को वोट देने की भीख मांगता है। और आप इसे सबक सिखाना कहते हैं?"
अब कार्यक्रम का पड़ाव आगे बढ़ा। इसके बाद शुरू हुई चुनावी बहस पुरुषोत्तम रुपाला VS अमी याज्ञनिक के बीच।
अमी याज्ञनिक ने अमित शाह को घेरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 'कांग्रेस का सिर्फ दंगा बोलता है' बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद अमी याज्ञनिक ने कहा, "अमित शाह गृह मंत्री हैं, उन्हें अपनी बातें तथ्यों के साथ करनी चाहिए। मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि कांग्रेस ने गुजरात में अपने शासन के दौरान कई काम किए। गुजरात में कांग्रेस का काम बोलता है। सूबे में औद्योगिक विकास कांग्रेस के राज में हुआ। हम 1947 में आजाद हुए और उस समय कई चुनौतियां हमारे सामने थीं। उन सबसे लड़ते हुए हम आज यहां पहुंचे हैं। तमाम उद्योग राज्य में पहले से थे, और आज उसी के दम पर इतना बढ़े हैं।"
पुरुषोत्तम रुपाला ने राहुल गांधी को किया टारगेट
राहुल गांधी के 'चुनावी हिंदू' के मुद्दे पर पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा, "मैं तो इसके पक्ष में हूं कि ऐसे फालतू विषय पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। लेकिन मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि मोदी और शाह के आने से इनको क्या हो रहा है। मैं तो अपने लोगों से कहता हूं कि वे तो रणजी के खिलाड़ी रहे हैं, अब नेशनल लेवल पर खेल रहे हैं। अगर कपिल देव हरियाणा में खेलते हैं तो सब लोग हौसला ही बढ़ाते हैं। हमारी टीम में कैप्टन किसको रखना है, किसको ओपनिंग करवानी है, ये भी क्या कांग्रेस डिसाइड करेगी?"
पुरुषोत्तम रुपाला VS अमी याज्ञनिक के बाद गुजरात के पूर्व मुख्मंत्री शंकर सिंह वाघेला ने चुनाव मंच पर अपनी बात रखी।
'राम मंदिर के नाम पर मार्केटिंग'
'राम मंदिर का इस्तेमाल बीजेपी मार्केटिंग के लिए कर रही है', अपने इस बयान पर वाघेला ने कहा, 'इस देश में बीजेपी को कोई सबसे ज्यादा जानता है तो वह है शंकर सिंह वाघेला। किसको बेवकूफ बनाते हैं ये लोग? ये लोग धर्म का उपयोग नहीं दुरुपयोग करते हैं।'
पूर्व मुख्यमंत्री के जाने के बाद मंच पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी आई और आते ही बीजेपी की जीत को लेकर बड़ा बयान दे दिया।
जीत के ये अहम संकेत
बीजेपी किस आधार पर चुनावों में ऐतिहासिक जीत के दावे पर बोलते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, "मुझे लगता है कि फर्क आपको विपक्ष के मंच पर दिख जाएगा। सूरत में आम आदमी पार्टी के ऑफिस के बाहर ताला लगा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जब गुजरात आए थे, तो उनका भाषण ट्रांसलेट करने से उन्हीं के नेता ने इनकार कर दिया था। इससे बड़ा संकेत आपको और क्या मिलेगा?"
राहुल गांधी से क्या दिक्कत?
यह पूछे जाने पर कि राहुल गांधी के मंदिर में पूजा करने पर आपको क्या परेशानी है, ईरानी ने कहा, 'मुझे कोई परहेज नहीं है। मैं तो इस बात की आज खुशी व्यक्त करती हूं कि जो आसमानों में घूमा करते थे, विदेश यात्रा करते थे, आज मोदी उनको जमीन पर ले आए हैं। आज वह जनता के बीच में चल रहे हैं, उनका अहंकार तोड़ा है। वह 18 साल संसद में रहकर भी कहते हैं कि मुझे देश समझना है।'
केंद्रीय मंत्री के जाने के बाद वारिस पठान ने इंडिया टीवी के सवालों का सामना किया। उनसे कई अहम सवाल पूछ गए।
वारिस पठान की लड़ाई किससे?
वारिस पठान ने कहा, "हमारी लड़ाई तो बीजेपी और कांग्रेस सबसे है। एक तरफ छोटा रिचार्ज भी है दिल्ली का। इन लोगों ने वोट लिया है सबसे लेकिन आप देख सकते हैं कि गुजरात में क्या हालात हैं? नरोदा पाटिया में मुसलमानों के कत्ल का आरोपी बीजेपी के लिए प्रचार कर रहा है, क्योंकि उसकी बेटी को टिकट मिला है। 15 अगस्त 2022 को बिलकिस बानो के बलात्कारियों को गुजरात सरकार रिहा कर देती है।"
इसके बाद प्रेम शुक्ला VS इमरान प्रपातगढ़ी आमने-सामने आए
क्या कहा इमरान ने?
इमरान प्रतापगढ़ी गुजरात में हैं, लेकिन प्रियंका गांधी और राहुल गांधी गुजरात में नहीं हैं। इस पर क्या कहेंगे। कांग्रेस राज्यसभा सांसद एवं अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी ने बताया कि कांग्रेस के सभी लोग मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। जनता चुनाव लड़ रही है। 27 साल की बेहाली के खिलाफ चुनाव लड़ा जा रहा है।
प्रेम शुक्ला का दावा
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि संविधान और कानून का पालन हम करेंगे। कांग्रेस कहती है कि एआईएमआईएम हमारी बी टीम है, जो गलत है। इस बार हम सारे कीर्तिमान ढहाएंगे और 150 के आंकड़े के पार जाएंगे।
बीजेपी के नेता सुधांशु त्रिवेदी और कांग्रेस से अभय दुबे के बीच हुई जोरदार बहस।
राहुल गांधी पर किया हमला
सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी के बारे में कहा कि पिछले चुनाव में भी राहुल गांधी मंदिर-मंदिर जा रहे थे। प्रियंका गांधी यूपी चुनाव में देवीजी की आरती करने लगीं। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी देवी की पूजा करने लगीं। केजरीवाल भी मंदिरों में जा रहे हैं। यह परिभाषा प्रधानमंत्री मोदी ने बदली है। तभी मैं कहूंगा कि 'बदले बदले सरकार नजर आते हैं।
अभय दुबे ने किया पलटवार
कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि धीरे-धीरे बीजेपी का नकाब उतर रहा है। गुजरात के 80 फीसदी बच्चे खून की कमी से जूझ रहे हैं।
बीजेपी प्रदेश प्रमुख सीआर पटिल ने रखी अपनी बात
बीजेपी मुसलमानों को क्यों नहीं देती टिकट
जब सीआर पाटिल से पूछा गया कि चुनाव मंच में सुबह ओवैसी ने कहा था कि गुजरात में बीजेपी को एक मुसलमान तो मिलना चाहिए, जिसे वे टिकट दें। इस पर पाटिल ने कहा कि यदि मुस्लिम कैंडिडेट जीतने के लायक होगा, तो जरूर टिकट देंगे।
अंत में पीयूष गोयल ने चुनावी मंच पर सवालों को सामना किया।
पीएम मोदी पर जनता विश्वास करती है
देश की जनता आज पीएम मोदी पर विश्वास करती है। आज के युवाओं को मालूम नहीं कि कर्फ्यू क्या होता है। क्योंकि पीएम मोदी ने कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया। पीएम मोदी जो संकल्प करते हैं, उसे पूरा करते हैं। संकल्प से सिद्धि पूरी होती है। हम जो कहते हैं, वो करते हैं।
समृद्ध संस्कृति के दौर में फिर ले जाना
पीयूष गोयल ने कहा कि कोई भी देश गुलामी की मानसिकता से चलता है वो आगे नहीं बढ़ता है। पीएम ने कहा कि हमें आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर बनाना है। कारोबार भी करेंगे और गुलामी की मानसिकता को भी तोड़ेंगे। यह बात पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के दिन भी कही थी। उस पर हम आगे बढ़ रहे हैं। हम विश्व की एक मजबूत अर्थव्यवस्था हैं। अहमदाबाद भारत का मैनचेस्टर कहा जाता था। अंग्रेजों ने इसे खत्म कर दिया। अहमदाबाद, पटोला को फिर से पहचान मिली। देश को वापस अपने समृद्ध संस्कृति के दौर में फिर ले जाना है।