हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल आने के बाद भी कांग्रेस ने उम्मीद जताई है कि वह अच्छी खासी सीटें जीतकर अपनी सरकार बनाएगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने शिमला में एक कॉन्फ्रेंस में कहा, "किसी भी सूरत में हिमाचल प्रदेश विधानसभा की कुल 68 में से कांग्रेस को 42 से कम सीटें नहीं मिलेंगी। मतदान के बाद लोगों की प्रतिक्रिया के अलावा हमें अपने सर्वेक्षण से पता चला है कि हमारी सीट की हिस्सेदारी बढ़ सकती है।"
चौहान ने हालांकि यह भी कहा कि वह हिमाचल चुनाव के एग्जिट पोल में दिखाए गए रुझानों पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, 'यह कोई नई बात नहीं है और सभी न्यूज चैनल हर चुनाव में ऐसा करते हैं। इनमें त्रुटियों की संभावना रहती है। एग्जिट पोल के सैंपल साइज और सटीकता पर हमेशा एक सवालिया निशान रहता है।' कांग्रेस नेता ने कहा कि कई एग्जिट पोल में बीजेपी को हिमाचल में जीतते हुए दिखाया गया है जबकि कुछ ने कांग्रेस को ज्यादा सीटें दी हैं।
लोगों ने सरकार बदलने के लिए मतदान किया
नरेश चौहान ने आगे कहा, "एग्जिट पोल को लेकर बीजेपी की खुशी थोड़े समय के लिए होगी क्योंकि कल जब नतीजे आएंगे तो इस बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी।" चौहान ने कहा कि लोगों की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि उन्होंने हिमाचल में सरकार बदलने के लिए मतदान किया है। उन्होंने कहा, "हिमाचल में भारी मतदान इस बात का संकेत हैं कि लोग नाखुश थे और जयराम सरकार के खिलाफ थे क्योंकि यह अपने चुनावी वादों को पूरा करने में विफल रही है। बड़ी संख्या में लोग बदलाव के लिए मतदान करने निकले।"
उमचुनाव में सरकार के लिए गुस्सा दिखाई दिया
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल के लोगों ने पिछले साल तीन विधानसभा क्षेत्रों और एक संसदीय सीट के लिए हुए उपचुनाव में सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा पहले ही जाहिर कर दिया था, जब सत्ता पक्ष उन सभी में हार गया था। उन्होंने दावा किया कि चुनाव के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब राज्य में कोई सत्ताधारी दल उपचुनाव हारा गया।