गोवा: विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है। सोमवार को पार्टी के नेताओं से नाराज चल रहे मंत्री माइकल लोबो ने अपने मंत्री पद और विधायकी से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही बीजेपी के बड़े नेताओं पर अनदेखी करने का आरोप लगाया है। इस कारण गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को नुकसान हो सकता है।
बंदरगाह मंत्री माइकल लोबो ने विधानसभा चुनाव के करीब एक महीने पहले सोमवार को कैबिनेट और विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया। लोबो ने कहा कि गोवा में भाजपा इतनी बड़ी हो गई है कि 'छोटी पार्टी' के कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है। लोबो ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कहा, "भाजपा के साथ यह काफी अच्छी, लंबी यात्रा रही है। भाजपा के कार्यकर्ता पार्टी से नाखुश हैं। शायद मैं भी गलत हूं। मैंने अपनी आंखों से देखा है, अपने कानों से सुना है।"
लोबो ने कहा, "अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुझे बताया है कि पार्टी इतनी बड़ी हो गई है कि वह छोटे कार्यकर्ताओं को नहीं देखती है। हम जमीनी स्तर के कार्यकर्ता हैं। हम उपेक्षित, दरकिनार महसूस करते हैं।" बता दें, मंत्री के रूप में अपने इस्तीफे के तुरंत बाद, लोबो ने एक विधायक के रूप में भी अपना इस्तीफा दे दिया।
लोबो ने कहा कि वह सोमवार दोपहर को पार्टी छोड़ रहे हैं, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अभी तक किसी विशेष राजनीतिक दल में शामिल होने का मन नहीं बनाया है। मगर कांग्रेस के करीबी सूत्रों ने बताया कि लोबो के जल्द ही विपक्षी दल में शामिल होने की उम्मीद है।