पणजी: गोवा के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर पणजी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। उत्पल ने आज शाम गोवा की पणजी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। उत्पल को बीजेपी ने 2 विकल्प दिए थे जिसपर वह राजी नहीं हुए। वह बीजेपी के टिकट पर पणजी से ही चुनाव लड़ने की मांग कर रहे थे। बीजेपी ने पणजी से बाबूस उर्फ अनासितानो मोंसेरात को उम्मीदवार बनाया है। मोंसेरात पहले कांग्रेस में थे। वह पर्रिकर के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे और बाद में बीजेपी जॉइन कर थी। उत्पल के बगावत से बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है।
‘मेरे पिता ने 30 साल मेहनत कर पार्टी खड़ी की’
उत्पल ने कहा, ‘जिस उम्मीदवार को इन्होंने टिकट दिया है उसके बारे में मुझे कुछ कहना नहीं है। पिछली बार पार्टी ने कहा तो मैंने सुना। मेरे पिता ने 30 साल मेहनत कर पार्टी खड़ी की और 2 साल पहले पार्टी में आए व्यक्ति को टिकट दिया। जब मेरे पिता ऐक्टिव थे तब आपने देखा होगा कि मैंने कभी आकर अपना वजन दिखाने की कोशिश नहीं की लेकिन लोगों के लिए अब मुझे ये करना होगा। मेरे मन में किसी दूसरी पार्टी का विचार नहीं आ सकता है। उपचुनाव के वक्त मेरा नाम था लेकिन टिकट नहीं मिला। मेरे पास लिमिटेड ऑप्शन हैं और मुझे पणजी के लोगों को ऑप्शन देना है।’
‘मैं गोवा और पणजी के लोगों के लिए लड़ रहा हूं’
उत्पल ने कहा, ‘मैं उसूलों के लिए लड़ रहा हूं। जो भी सपोर्ट करेगा उसका स्वागत है। मै गोवा और पणजी के लोगों के लिए लड़ रहा हूं। मेरा चिंता कोई मत करे, गोवा के लोग मेरे लिए हैं। लोगों का साथ होने के बावजूद मुझे टिकट नहीं दिया गया। पर्रिकर की पार्टी नहीं लग रही है। मैं निर्दलीय ही लडूंगा। जिन लोगों ने मेरे पिता के साथ मिलकर इस पार्टी को छोटे से बड़ा किया उनके लिए लड़ रहा हूं। मैं किसी पोस्ट के लिए नहीं लड़ रहा हूं। मैं कुछ भी थाली में भेंट के रूप में नहीं चाहता हूं, इसलिए उनका ऑफर मुझे मंजूर नहीं है।’