नई दिल्ली: पंजाब में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले अकाली दल के दिग्गज नेता मनजिंदर सिंह सिरसा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। हालांकि मनजिंदर सिरसा दिल्ली में अकाली दल के नेता थे लेकिन पंजाब की राजनीति में भी उनका प्रभाव माना जाता रहा है। मनजिंदर सिंह सिरसा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के भी चेयरमैन थे लेकिन भाजपा में शामिल होने से पहले उन्होंने उस पद से भी त्यागपत्र दे दिया है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पद से त्यागपत्र देते हुए उन्होंने कहा, "मैं निजी कारणों से दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। देश और दुनिया के सिखों ने काफी मान बक्शा है। अगले चुनाव से भी खुद को दूर रखूंगा। अपने सदस्य, शुभचिंतकों का धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने अब तक साथ दिया।"
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद सिरसा ने कहा कि देश में सिखों के कई मुद्दें हैं और उनकी आवाज को उठाने के लिए हमें एक सरकार की जरूरत रहती है। उन्होंने कहा कि हमेशा से उन्होंने सिख मुद्दों की आवाज को सरकार के सामने रखा है और गृहमंत्री ने कई बार सिखों के सारे मसले हल किए। सिरसा ने कहा कि गृहमंत्री ने कई बार सिखों के मसले पर आगे बढ़कर प्रधानमंत्री से भी बात की।
उन्होंने कहा, "मैने सिख गुरूद्वारा कमेटी से भी इस्तीफा दे दिया है। भाजपा में शामिल होने का मेरा एक ही मकसद है, 70 सालों से सिखों के जो भी मसले रहे हैं वे सारे मसले आने वाले दिनों में हल होते दिखाई देंगे। ये देश की गौरवमय कौम हैं, इनके सारे मुद्दे हल होने चाहिए।"
पंजाब चुनाव से पहले मनजिंदर सिंह सिरसा का अकाली दल से त्यागपत्र देकर भारतीय जनता पार्टी में जाना अकाली दल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। मनजिंदर सिंह सिरसा दिल्ली में अकाली दल का चेहरा रहे हैं और कई बार उन्होंने दिल्ली में अकाली दल के टिकट पर चुनाव भी जीता है। सिरसा 2 बार अकाली दल के टिकट पर दिल्ली में विधायक भी चुने जा चुके हैं।