लखनऊ: यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने जा रहा उपचुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने इस सीट से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है, वहीं बीजेपी से रघुराज सिंह शाक्य इस चुनाव में डिंपल के खिलाफ खड़े हुए हैं और वह बुधवार को नामांकन करेंगे। ये वही रघुराज हैं, जिन्हें शिवपाल सिंह यादव का करीबी माना जाता है। हैरानी की बात ये भी है कि एक तरफ शिवपाल के करीबी डिंपल के खिलाफ चुनाव में खड़े हुए हैं, वहीं यूपी में सपा ने जो अपने स्टार प्रचारक घोषित किए हैं, उसमें शिवपाल सिंह यादव भी हैं।
क्या है मैनपुरी सीट का गणित
मैनपुरी सीट सपा के पूर्व अध्यक्ष व यूपी के सीएम रहे मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है। पहले ऐसा माना जा रहा था कि मुलायम सिंह के सम्मान में भाजपा इस सीट से अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लेकिन आखिरी वक्त में भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा ने मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव समेत अन्य राज्यों के विधानसभा उपचुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। मगर पूरे देश की निगाह मैनपुरी लोकसभा सीट पर है, जहां से अखिलेश यादव की पत्नी अपने ससुर मुलायम सिंह यादव की सीट पर चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा ने यहां से रघुराज सिंह शाक्य को खास रणनीति के तहत उतारा है।
कौन हैं रघुराज सिंह शाक्य?
रघुराज सिंह शाक्य मुलायम सिंह के भाई शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। वहीं इससे पहले वह 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी की टिकट पर इटावा के सदर सीट से सांसद रह चुके हैं। साथ ही 2012 में इटावा के सदर से विधायक रह चुके हैं। 2017 विधानसभा चुनाव से पहले सपा में फूट पड़ने के बाद वह शिवपाल यादव के साथ हो लिए थे, क्योंकि रघुराज सिंह शाक्य उनके काफी करीबी थे। मगर यूपी इलेक्शन 2022 में वह भाजपा में शामिल हो गए। शाक्य मूल रूप से इटावा के निवासी हैं। उनके पिता रामसिंह शाक्य भी पूर्व सांसद रह चुके हैं।