बेलगावी: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उसने सत्ता में आने के लिए ‘मजहब’ का इस्तेमाल किया। उन्होंने कांग्रेस को कर्नाटक की सत्ता में रहने के दौरान धार्मिक आधार पर 4 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था करने के लिए भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मुसलमानों के तुष्टिकरण के लिए किया गया था। बेलगावी जिले के कागवाड़ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा, ‘भारत के इतिहास में अगर कोई पार्टी है जिसने सत्ता में आने के लिए ‘धर्म’ या कहें कि ‘मजहब’ का सहारा लिया है तो वह कांग्रेस है।’
हिंदू, मुस्लिम और ईसाई की राजनीति करती है कांग्रेस
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा जबकि मतगणना 13 मई को कराई जाएगी। राजनाथ ने आरोप लगाया कि ‘कांग्रेस हिंदू, मुस्लिम और ईसाई की राजनीति करती है। इस तरह की राजनीति कभी नहीं की जानी चाहिए।’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुस्लिमों के तुष्टिकरण के लिए राज्य में धर्म के आधार पर 4 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गई। राजनाथ ने कहा, ‘अगर आर्थिक रूप से कमजोर मुस्लिमों और ईसाइयों को आरक्षण दिया जाता है तो हम उसका स्वागत करेंगे लेकिन भारतीय संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण की इजाजत नहीं देता।’
बीजेपी ने खत्म की मुस्लिमों के आरक्षण की व्यवस्था बता दें कि राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने से महज कुछ दिन पहले ही राज्य की बीजेपी सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग की 2बी श्रेणी के तहत मुस्लिमों के लिए की गई 4 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था समाप्त कर दी थी। बाद में सरकार ने इस 4 प्रतिशत आरक्षण को 2 हिस्सों में बांट कर राज्य के 2 सबसे प्रभावशाली समुदायों को दे दिया था। सरकार ने वोक्कालिगा के आरक्षण में 2सी श्रेणी के तहत 2 फीसदी की वृद्धि की है जबकि लिंगायत को 2डी श्रेणी के तहत 2 फीसदी और आरक्षण देने का फैसला किया था।
‘बीजेपी के चरित्र के बारे में पूरी दुनिया जानती है’
सरकार ने इसके बाद मुस्लिमों को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) में रखा गया था। सरकार के इस फैसले के खिलाफ कई मुस्लिम संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। कोर्ट ने कर्नाटक सरकार को आरक्षण समाप्त करने के फैसले को 9 मई तक लागू नहीं करने का निर्देश दिया है। राजनाथ ने कहा, ‘बीजेपी के चरित्र के बारे में कुछ भी छिपाने को नहीं है और पूरी दुनिया इस बारे में जानती है। बीजेपी कभी जाति, नस्ल या धर्म के आधार पर भेदभाव में विश्वास नहीं करती। भाजपा ‘इंसाफ और इंसानियत’ में विश्वास करती है।’