Karnataka Election 2023: कर्नाटक की इन 10 सीटों पर हर पार्टी जीतना चाहती है चुनाव, जानें कैंडिडेट्स समेत पूरी डिटेल
Important Seats In Karnataka: कर्नाटक चुनाव में वैसे तो सभी पार्टियों के लिए एक-एक सीट अहम है लेकिन ये 10 सीटें ज्यादा अहमियत रखती हैं क्योंकि इन सीटों पर हर पार्टी ने अपने सबसे मजबूत नेता को मैदान में उतारा है।
Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 224 सीटों के लिए आज वोटिंग हो रही है। इसके नतीजे 13 मई को घोषित किए जाएंगे। इस बार चुनाव में कुल 2615 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन हम आपको कर्नाटक की उन 10 सीटों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन पर हर पार्टी चुनाव जीतना चाहती है और सियासी गलियारों में इन सीटों की काफी चर्चा है।
शिगगांव
कर्नाटक की शिगगांव सीट सबसे ज्यादा अहम है क्योंकि इस सीट पर वर्तमान सीएम बसवराज बोम्मई चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उनके मुकाबले में यासिर अहमद खान पठान को खड़ा किया है, वहीं जेडीएस से शशिधर चन्नबसप्पा यलीगर ताल ठोक रहे हैं। हालांकि इस सीट को बीजेपी के लिए सुरक्षित माना जाता है क्योंकि यह जगह लिंगायत का गढ़ मानी जाती है और लिंगायत समुदाय बीजेपी के प्रति वफादार रहा है। इस सीट पर बोम्मई को 3 बार जीत हासिल हो चुकी है, वहीं कांग्रेस यहां साल 1994 में आखिरी बार जीती थी।
चन्नापटना
इस सीट को जेडीएस प्रमुख और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है क्योंकि वह 2004 से हारे नहीं हैं। वर्तमान में इस सीट का नेतृत्व कुमारस्वामी ही कर रहे हैं।
वरुणा
इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ताल ठोक रहे हैं। उनके मुकाबले में बीजेपी के वी सोमन्ना हैं। सिद्धारमैया अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं लेकिन नतीजे क्या होंगे, ये तो 13 मई को ही पता लगेगा।
चित्तपुर
ये सीट इसलिए अहम है क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने साल 2009 में जब लोकसभा का चुनाव जीता था तो इस सीट को छोड़ दिया था। साल 2018 में मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे इस सीट से चुनाव जीत गए थे। इस सीट पर कांग्रेस मजबूत स्थिति में है।
शिकारीपुरा
लंबे समय से इस सीट पर बीजेपी का प्रभाव रहा है। इस सीट को पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है। इस बार यहां से उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र दावा ठोक रहे हैं।
कनकपुरा
ये सीट इसलिए अहम है क्योंकि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार यहां से लड़ रहे हैं। उनके मुकाबले में बीजेपी के आर अशोक कनकपुरा हैं। हालांकि इस सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का प्रभाव रहा है।
हनुर
इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है क्योंकि साल 2018 में बीजेपी इस सीट पर केवल 5 फीसदी के अंतर से हार गई थी। इस सीट पर कांग्रेस से आर नरेंद्र और बीजेपी से प्रीतम नागप्पा मुकाबले में हैं।
बादामी
इस सीट से बीजेपी की तरफ से शांता गौड़ा पाटिल हैं, वहीं कांग्रेस से भीमसेन बी. चिम्मन्नकट्टी चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर भी कांग्रेस का प्रभाव अच्छा है क्योंकि इस सीट को कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया का क्षेत्र माना जाता है।
चिक्कमगलुरु
चिक्कमगलुरु एक ऐसी सीट है, जहां बीजेपी अपना प्रभाव रखती है। यहां से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि 2004 से जीत रहे हैं। हालांकि कांग्रेस भी इतने ही समय से बीजेपी का पीछा कर रही है और 4 में से 3 चुनावों में दूसरी पोजीशन में रही है।
गुंडलूपेट
इस सीट से बीजेपी से निरंजन और कांग्रेस से एचएम गणेश प्रसाद चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट भी पार्टियों के लिए अहम है क्योंकि बीते चुनाव में यहां से बीजेपी जीती थी और कांग्रेस के हाथ से ये सीट निकल गई थी।
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