पंजाब चुनाव से पहले फिर गरमाया अवैध खनन का मामला, बोले कैप्टन अमरिंदर- सीएम चन्नी की थी हिस्सेदारी
शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब वो राज्य के मुख्यमंत्री थे तो राज्य के कई कांग्रेसी नेताओं और विधायकों की रेत खनन माफिया के साथ सांठगांठ होने की विशेष जानकारी उन्हें दी गई थी।
Highlights
- कैप्टन अमरिंदर पटियाला से लड़ेंगे चुनाव
- अवैध खनन मामले में फिर घिरे सीएम चन्नी
अमृतसर: पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर राज्य में कथित तौर पर चल रहे अवैध रेत खनन का मामला गरमा गया है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के रेत खनन माफिया में अपनी संलिप्तता से इनकार करने को झूठा करार देते हुए पंजाब लोक कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य के रेत खनन माफिया में उनकी हिस्सेदारी थी। शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब वो राज्य के मुख्यमंत्री थे तो राज्य के कई कांग्रेसी नेताओं और विधायकों की रेत खनन माफिया के साथ सांठगांठ होने की विशेष जानकारी उन्हें दी गई थी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में विस्तार से बताया जब मैं पंजाब का मुख्यमंत्री था तो मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बताया था कि इस मामले में ऊपर से नीचे तक वरिष्ठ मंत्रियों से लेकर कई लोग शामिल हैं। उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं इस मामले में क्या कार्रवाई कर रहा हूं,तो मैंने उनसे कहा कि मुझे ऊपर से शुरूआत करनी होगी। अपने पूरे कार्यकाल के दौरान मैंने एक ही गलती की थी कि मैंने कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी की भावना के चलते कभी कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि मुझे श्रीमती गांधी की तरफ से उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का कोई संकेत नहीं मिला था।
अमरिंदर सिंह ने एक महिला अधिकारी के बारे में चन्नी के 'मी टू' मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उस महिला ने केस को आगे नहीं बढ़ाया था क्योंकि उसने उस समय चन्नी के माफीनामे को स्वीकार कर लिया था। उन्होंने कहा, अगर वह मामले को आगे बढ़ाना चाहतीं, तो मैं चन्नी के खिलाफ जरूर कोई कदम उठाता । उन्होंने कहा कि उस मामले में उनकी एकमात्र भूमिका चन्नी को महिला अधिकारी से माफी मांगने के लिए कहना था, जो उन्होंने किया और उस महिला ने माफी को विधिवत स्वीकार कर लिया था।
राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट करते हुए कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र पटियाला से ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कांग्रेस या किसी अन्य दल से किसी भी तरह की चुनौती को खारिज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के किसी भी दावेदार या संभावित मुख्यमंत्रियों में पंजाब के भविष्य के बारे में सोचने की वह क्षमता नहीं है।
अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, एक आदमी जो वास्तव में सुबह और शाम को एक-एक घंटे भगवान से बात करने का दावा करता है, वह आखिर किस आधार पर स्थिर हो सकता है। उन्होंने कहा, नवजोत सिंह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और जनरल बाजवा को जितना चाहें गले लगा सकते हैं, लेकिन इससे शांति नहीं आएगी और जब हमारे सैनिक हर दिन सीमा पर मारे जा रहे हों तो लोग ऐसी चीजों को बर्दाश्त नहीं करेंगे वर्ष 2017 के बाद से पाकिस्तान की गोलीबारी में पंजाब के 83 सैनिक शहीद हुए हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान पर कटाक्ष करते हुए पंजाब लोक कांग्रेस प्रमुख ने उन्हें एक 'विदूषक' करार दिया, जिसकी पंजाब को निश्चित रूप से जरूरत नहीं थी।
पंजाब में अरविंद केजरीवाल की पार्टी को कुछ चुनावी सर्वेक्षणों में बढ़त मिलने को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी बातों और झूठे वादों से राज्य के लोगों को 2017 में झांसे में लिया था लेकिन इस बार राज्य के लोग को वह मूर्ख नहीं बना सकेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि बादल और उनका शिरोमणि अकाली दल (शिअद) भी राज्य के लिए उपयुक्त नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव के बाद कांग्रेस या आप के साथ किसी भी तरह के गठजोड़ से इनकार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का भारतीय जनता पार्टी और शिअद (संयुक्त) के साथ स्पष्ट गठबंधन है, जो निश्चित रूप से चुनाव जीतेंगे।
उन्होंने कहा कि तीनों पार्टियां मिलकर राज्य के लिए एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर काम कर रही हैं, जो पंजाब और उसके लोगों के भविष्य को सुरक्षित करेगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा अभी तय नहीं हुआ है। सिंह ने अपनी पार्टी में अच्छे लोगों की किसी भी तरह की कमी से इनकार करते हुए कहा कि समस्या लोगों की नहीं है क्योंकि पार्टी के पास बेहतर नेता है ,लेकिन पार्टी के पास सीटों की कमी है। भाजपा एक बड़ी और पुरानी पार्टी है और ऐसे में वह स्वाभाविक रूप से अधिक सीटें चाहती है और उम्मीद भी करती है।
चुनाव आयोग की तरफ से जल्द ही कोविड प्रतिबंधों में ढील दिए जाने की उम्मीद जाहिर करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह 117 निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक क्षेत्र में जाकर अपना संदेश लोगों तक पहुंचाएंगे और मुख्यमंत्री के रूप में अपनी उपलब्धियों तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों के आधार पर वोट मांगेंगे। अमरिंदर सिंह ने सिद्धू और चन्नी द्वारा प्रचारित किए जा रहे मॉडल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे दोनों पंजाब के लिए सोचने में अक्षम है और पंजाब का एकमात्र असली मॉडल राज्य का भविष्य है।
इनपुट- आईएएनएस