'हनुमान के भक्त भड़क उठे तो कांग्रेस जड़ से उखड़ जाएगी, देश से हो जाएगा सफाया,' कर्नाटक के सीएम बोम्मई का बयान
कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में नहीं आएगी और बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का सवाल ही नहीं उठेगा।
बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सियासी बयानबाजी भी अपने चरम पर है। पीएम मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके बेटे प्रियांग खरगे के बयान के बाद अब कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई का एक बयान आया है। उन्होंने कहा कि अगर भगवान हनुमान के भक्त कांग्रेस के खिलाफ भड़क उठे तो देश से कांग्रेस का सफाया हो जाएगा। यह प्रतिक्रिया उन्होंने कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी होने के बाद दी।
कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने का जिक्र
बोम्मई ने यह भी कहा कि कांग्रेस का बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बीच समानताएं बनाना अनुचित है। बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वह बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाएगी। बोम्मई के कार्यालय से जारी एक बयान में उनके हवाले से कहा गया, “भगवान हनुमान के भक्त बजरंग दल के बजरंगी हैं और कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में घोषणा की है कि वह बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएगी। अगर भगवान हनुमान के भक्त भड़क उठे तो कांग्रेस का देश से सफाया हो जाएगा।’’
कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में नहीं आएगी-बोम्मई
बोम्मई धारवाड़ के नवलगुंड में एक रोड शो में बोल रहे थे, जहां पार्टी ने अपने उम्मीदवार शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा को मैदान में उतारा है। बाद में, पत्रकारों से बातचीत में बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में नहीं आएगी और बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का सवाल ही नहीं उठेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, इस तरह के वादे उनकी (कांग्रेस) नीति को दर्शाते हैं। बजरंग दल एक सामाजिक और धार्मिक सेवा संगठन है।'
पीएफआई ने देश के खिलाफ काम किया-बोम्मई
बोम्मई ने कहा कि पीएफआई ने देश के खिलाफ काम किया है, आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है और उसके खिलाफ कई मामले एवं सबूत हैं। इसलिए पीएफआई की बजरंग दल से तुलना करना उचित नहीं है। पीएफआई पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता क्योंकि राज्य सरकारों के पास किसी संगठन पर प्रतिबंध लगाने की शक्ति नहीं है, यह शक्ति केवल केंद्र के हाथों में है। (इनपुट-भाषा)