हिमाचल प्रदेश में अबतक सामने आए रुझानों से पता चलता है कि कांग्रेस प्रदेश में सरकार बना सकती है। खबर लिखे जाने तक कांग्रेस 38 सीटों पर बनी हुई है। वहीं बीजेपी को 27 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। कांग्रेस को जीत की ओर बढ़ता देख कई नेता शिमला के लिए निकल गए हैं।
कांग्रेस को आखिर क्यों है डर?
कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती आ गई है। वो अपने विधायकों को सुरक्षित रखने की तैयारी में जुट गई है। भूपेश बघेल हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक थे। उन्होंने कहा, "आप कहती थी कि कांग्रेस बिल्कुल साफ है और गुजरात में AAP की सरकार बन रही है लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है लेकिन फिर हमें मतगणना के आखिरी राउंड तक इंतज़ार करना चाहिए। धीरे-धीरे सबको पता चल रहा है कि AAP भाजपा की B-टीम है। उन्होंने आगे कहा कि अपने साथियों को संभाल को रखना पड़ेगा। भाजपा कुछ भी कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, खबर सामने आ रही है कि विधायकों रायपुर ले जाने के लिए संभावना है। वहीं कांग्रेस के कई बड़े नेता पहले ही शिमला पहुंचे गए हैं। वो सभी विधायकों पर नजर बनाए हुए हैं। चुनाव के बाद से ही नेताओं को निर्देश दे दिया गया था कि वो सभी प्रत्याशियों की हर गतिविधियों पर नजर रखें। सारी रिपोर्ट कांग्रेस के हाईकमान तक दें।
इन कांग्रेस नेताओं को दी गई जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शिमला के लिए निकल गए हैं। राजीव शुक्ला ने बताया कि अगर हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस जीतती है तो वह जनता के हित में सबकुछ करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कड़ी मेहनत की और व्यापक स्तर पर प्रचार किया। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध दोपहर 12.30 बजे के आंकड़ों के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस 38 और भाजपा 27 सीटों पर आगे चल रही हैं। तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।