मुजफ्फरनगर: गुर्जर सम्मेलन में राष्ट्रीय लोकदल के नेता अभिषेक चौधरी ने खतौली विधानसभा सीट से दावेदारी पेश की और समाज के हितों के लिए संघर्ष करने का वादा किया। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर अभिषेक ने अपने समाज के वोटों पर मजबूत दावेदारी बताई। साथ ही कहा कि राष्ट्रीय लोकदल पार्टी ने अगर हमारे अपने प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया तो इसके लिए बगावत पर उतरेंगे।
साथ ही इस सम्मेलन में सिर्फ गुर्जर वोटों के दम पर भाजपा को उखाड़ फेंकने की बात भी कही गई। सम्मलेन में अतिथि के रूप में पहुंचे नेपाल सिंह गुर्जर ने कहा कि, आज गुर्जर समाज एक महत्वपूर्ण समाज बन चुका है। सरकार उसी पार्टी की बनेगी जिसे हम वोट देंगे।
सम्मेलन में गुर्जर समाज द्वारा यह तय किया गया कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में जो भी गुर्जर प्रभावित विधानसभा क्षेत्र हैं, वहां पर गुर्जर समाज सम्मेलन करेंगे। जिस तरह से राजनीतिक रूप से गुर्जर समाज को उसकी भागीदारी मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिल पा रही है। गुर्जर समाज के नौजवान युवक बुजुर्ग ने इस सभा में चिंतन-मनन किया और समाज के हित के लिए अहम फैसलों पर निर्णय लिया गया।
इनमें पहला प्रस्ताव है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति विधानसभा चुनाव में अपना नामांकन दाखिल नहीं करेगा। साथ ही अगर एक ही समाज के दो लोग विधानसभा को लेकर अपनी दावेदारी करते हैं तो बैठक कर यह निर्णय लिया जाएगा कि बाहरी व्यक्ति का बहिष्कार और जनपद के रहने वाले व्यक्ति का साथ दिया जाए। साथ ही गुर्जर समाज के लोगों ने यह फैसला भी किया कि अगर कोई व्यक्ति चुनाव के दौरान समाज के हित में कोई निर्णय नहीं लेता तो उसका भी सामाजिक बहिष्कार किया होगा।
खतौली विधान सभा में हो रहे गुर्जर सम्मेलन से एक चीज साफ हो रही है कि आने वाले समय में मुस्लिम और गुर्जर समाज एकत्रित होकर भाजपा सरकार के खिलाफ अपना मतदान करने जा रहा है। इस सम्मेलन में मुख्य रूप से रामपाल सिंह, नेपाल सिंह कसाना, भोपाल सिंह गुर्जर, डा. कलम सिंह मुख्य वक्ता के रूप में शामिल रहे।