गुजरात चुनाव 2022:क्या 27 वर्षों की बादशाहत बचा पाएगी भाजपा, जानें राजनाथ सिंह क्यों रहे प्रचार से दूर?
Gujrat Vidhansabha Chunav 2022: गुजरात में 27 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है। भाजपा के सामने अपनी इस बादशाहत को बचाए रखने की चुनौती है। गुजरात में इस बार कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी ताल ठोंक रही है। ऐसे में यह चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है। साथ ही साथ भाजपा की इज्जत का सवाल भी।
Gujrat Vidhansabha Chunav 2022: गुजरात में 27 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है। भाजपा के सामने अपनी इस बादशाहत को बचाए रखने की चुनौती है। गुजरात में इस बार कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी ताल ठोंक रही है। ऐसे में यह चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है। साथ ही साथ भाजपा की इज्जत का सवाल भी। पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों का ही गृहराज्य गुजरात है। ऐसे में इस चुनाव में हार या जीत का होना उनकी साख से जुड़ा है। इसीलिए भाजपा ने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के बड़ेर-बड़े चेहरे गुजरात चुनाव में सभा कर रहे हैं। मगर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अब तक गुजरात चुनाव से दूर हैं। पीएम मोदी के 2001 में गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य विधानसभा के पिछले चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन किया था और शायद इसी से सबक लेते हुए उसने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राज्य में पहले चरण के मतदान से पहले और पिछले 20 दिनों में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित आधा दर्जन मुख्यमंत्री और अन्य केंद्रीय नेता लगभग 150 छोटी-बड़ी चुनावी जनसभाएं कर चुके हैं। इनमें तीन दर्जन से अधिक जनसभाएं तो सिर्फ मोदी और शाह ने संबोधित की हैं।
दो चरणों में है मतदान
पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अलावा पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री और जाति व क्षेत्र विशेष से नाता रखने वाले नेता भी राज्य के धुआंधार दौरे पर हैं। इनमें से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम प्रमुख है। चुनावी रणनीति से जुड़े भाजपा के एक नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री आगामी रविवार को खेड़ा, नेतरांग और सूरत में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे तथा पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करेंगे। इसके अगले दिन वह चार जनसभाओं को संबोधित करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, उनकी सभाएं पलटाना, अंजार, जामनगर और राजकोट में भी प्रस्तावित हैं। शाह अमरेली, भावनगर, वड़ोदरा और अहमदाबाद की विभिन्न सीट पर प्रचार करने के बाद अन्य क्षेत्रों में प्रचार अभियान का मोर्चा संभालेंगे। जबकि नड्डा पार्टी का संकल्प पत्र जारी होने के बाद हिम्मतनगर में रोड शो करेंगे। गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए एक दिसंबर और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा तथा मतगणना आठ दिसंबर को की जाएगी। पहले चरण में कच्छ, सुरेंद्रनगर, मोरबी, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर-सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, बोटाद, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड़ जिलों की 89 सीट पर मतदान होना है। इस चरण में कुल 788 प्रत्याशी मैदान में हैं।
पीएम मोदी दे रहे मतदाताओं को ये संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण गुजरात के आदिवासी बहुल वलसाड जिले की कपराड़ा से छह नवंबर को भाजपा के चुनाव अभियान का आगाज किया था। अगले दिन मोदी ने सोमनाथ में पूजा-अर्चना करने के बाद वेरावल, धोराजी, अमरेली और बोताड़ में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। दिन भर रैली करने के बाद उन्होंने अहमदाबाद स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की थी। मोदी ने इसके अगले दिन तीन चुनावी सभाएं कीं। उन्होंने पहली सभा सुरेंद्रनगर में, दूसरी जंबूसार और तीसरी नवसारी में की। प्रधानमंत्री ने 23 और 24 नवंबर को मेहसाणा, दाहोद, वड़ोदरा, भावनगर, पालनपुर मोडासा, दहेगाम और बावला में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री अपनी सभाओं में ज्यादातर समय भाजपा शासन में राज्य में किए गए विकास कार्यों को रेखांकित करते हैं और साथ ही ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार होने के फायदे भी गिनाते हैं। केंद्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार को भाजपा ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार कहकर पुकारती है। हाल ही में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात का यह चुनाव न तो विधायक और न ही सरकार चुनने को लेकर है, बल्कि यह अगले 25 साल के लिए राज्य की किस्मत तय करने को लेकर है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और गुजरात की सरकारों ने राज्य में विकास के बहुत सारे काम किए हैं लेकिन अब समय ‘‘लंबी छलांग’’ लगाने का है।
रक्षामंत्री अभी नहीं जा पाए गुजरात
भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में शुमार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अब तक गुजरात में चुनाव प्रचार से दूर रहे हैं। हालांकि हाल ही में उन्होंने दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए रोड शो किया था। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में भी कुछ जनसभाओं को संबोधित किया था। आगे गुजरात में उनकी कुछ सभाएं लग सकती हैं। भाजपा अध्यक्ष नड्डा, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, पुरुषोत्तम रूपाला, गजेंद्र सिंह शेखावत, स्मृति ईरानी, देवू सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के उनके समकक्ष शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अभी तक करीब आधा-आधा दर्जन सभाओं को संबोधित कर चुके हैं। भोजपुरी फिल्मों के स्टार और भाजपा सांसद मनोज तिवारी तथा रवि किशन भी इस मामले में पीछे नहीं हैं। उन्होंने भी राज्य के कई विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां और रोड शो किए हैं।