गुजरात में बीजेपी को मिल सकता है पूर्ण बहुमत, इंडिया टीवी-मैटराइज ओपिनियन पोल का अनुमान
मतदान प्रतिशत की बात करें तो ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी को 49.5 प्रतिशत, कांग्रेस को 39.1 प्रतिशत और AAP को 8.4 प्रतिशत और अन्य को 3 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं।
Gujarat Assembly Election India TV-Matrize opinion poll : इंडिया टीवी-मैटराइज ओपिनियन पोल के मुताबिक, गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल कर सकती है जबकि कांग्रेस के दूसरे स्थान पर रहने का अनुमान है। इस ओपिनियन पोल का प्रसारण आज शाम इंडिया टीवी न्यूज चैनल पर किया गया।
बीजेपी को मिल सकती हैं 104 से 119 सीटें
ओपिनियन पोल के मुताबिक, गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से बीजेपी 104 से 119 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर सकती है जबकि कांग्रेस 53 से 68 सीटें जीत सकती है। आम आदमी पार्टी 0-6 सीटें जीत सकती है जबकि 'अन्य' 0-3 सीटें जीत सकते है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजपी ने 99 सीटें जीती थी, कांग्रेस ने 77 और 'अन्य' को 6 सीटें (बीटीपी- 2, एनसीपी-1 और निर्दलीय-3) मिली थीं।
बीजेपी को 49.5 प्रतिशत वोट
मतदान प्रतिशत की बात करें तो ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी को 49.5 प्रतिशत, कांग्रेस को 39.1 प्रतिशत और AAP को 8.4 प्रतिशत और अन्य को 3 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 49.05 प्रतिशत, कांग्रेस को 41.44 प्रतिशत और 'अन्य' को 8.65 प्रतिशत वोट मिले थे।
मध्य गुजरात में बीजेपी को 41 सीटें
क्षेत्रवार बात करें ,तो मध्य गुजरात की 61 सीटों में से बीजेपी 41 सीटें जीत सकती है। कांग्रेस-19, आप-0 और अन्य के खाते में एक सीट जा सकती है। सौराष्ट्र-कच्छ में कुल 54 सीटें हैं जिनमें से बीजेपी 30 सीटें जीत सकती है, कांग्रेस को 21 और आप को 3 सीटें मिल सकती हैं। दक्षिण गुजरात की कुल 35 सीटों में से बीजेपी 26 सीटें जीत सकती है, कांग्रेस को 6 और आप को सिर्फ 3 सीटें मिल सकती हैं। वहीं उत्तर गुजरात की 32 सीटों में मुकाबला बराबरी का रहने का अनुमान है। यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों को 16-16 सीटों पर जीत हासिल हो सकती है।
45,500 लोगों का लिया गया सैंपल
इंडिया टीवी-मैटराइज ओपिनियन पोल के लिए गुजरात के 182 विधानसभा क्षेत्रों के 45,500 लोगों (उत्तरदाताओं) से बात की गई। 45,500 सैंपल साइज में 27,300 पुरुष और 18,200 महिलाएं शामिल थीं। 7 से 17 नवंबर के बीच तक रैंडम सैम्पलिंग क्वांटिटेटिव डेटा कलेक्शन किया गया था, जिसमें प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र से कम से कम 250 सैंपल लिए गए थे। मार्जिन एरर प्लस/माइनस 5 प्रतिशत तक है।
बीजेपी को 47 प्रतिशत अनुसूचित जाति वोट
इस ओपिनियन पोल से पता चलता है कि बीजेपी को 47 प्रतिशतअनुसूचित जाति (एससी ) वोट, 49 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति (एसटी) वोट, 59 प्रतिशत कडवा पटेल वोट, 53 प्रतिशत लेउवा पटेल वोट, 52 प्रतिशत ओबीसी वोट, 49 प्रतिशत सवर्ण हिंदू वोट और 12 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिल सकते हैं। कांग्रेस को 42 प्रतिशत एससी वोट, 41 प्रतिशत एसटी वोट, 33 प्रतिशत कडवा पटेल वोट, 36 प्रतिशत लेउवा पटेल वोट, 40 प्रतिशत ओबीसी वोट, 40 प्रतिशत सवर्ण हिंदू वोट और 62 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिल सकते हैं।
32 प्रतिशत लोगों ने भूपेंद्र पटेल को बताया पहली पसंद
मुख्यमंत्री पद के लिए पसंदीदा उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर, 32 प्रतिशत लोगों ने भूपेंद्र पटेल को अपनी पहली पसंद बताया जबकि 7 प्रतिशत ने आप नेता ईशुदान गढ़वी को, छह प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल को, 4 प्रतिशत ने भरत सिंह सोलंकी को, 4 प्रतिशत लोगों ने सुखराम राठवा को, 4 प्रतिशत ने अर्जुन मोडवाडिया को और 3 प्रतिशत लोगों ने जगदीश ठाकोर को सीएम के लिए पसंदीदा उम्मीदवार बताया।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के काम को 30 प्रतिशत लोगों ने 'बहुत अच्छा' बताया, 39 प्रतिशत लोगों ने 'औसत' कहा जबकि 28 प्रतिशत लोगों ने 'बहुत खराब' बताया। यह पूछे जाने पर कि क्या वे बदलाव चाहते हैं, 34 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नाराज़ हैं और बदलाव चाहते हैं, 48 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नाराजगी तो है लेकिन कोई बदलाव नहीं चाहते हैं, जबकि 22 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे खुश हैं बदलाव नहीं चाहते हैं।
'नरेंद्र मोदी का समर्थन या विरोध' सबसे बड़ा मुद्दा
इस चुनाव में सबसे बड़े मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर 44 प्रतिशत लोगों ने कहा कि 'नरेंद्र मोदी का समर्थन या विरोध' सबसे बड़ा मुद्दा होगा। 14 प्रतिशत लोगों ने कहा-'केंद्र, राज्य की योजनाओं का लाभ' मुख्य मुद्दा होगा। 8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि महंगाई बड़ा मुद्दा होगा। 8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि राज्य सरकार का कामकाज बड़ा मुद्दा होगा। 5 प्रतिशत लोगों ने स्थानीय विधायक के काम, 5 प्रतिशत लोगों ने बेरोजगारी, 3 प्रतिशत लोगों ने भ्रष्टाचार, 3 प्रतिशत लोगों ने ध्रुवीकरण और 4 प्रतिशत लोगों ने किसानों के मुद्दे को इस चुनाव का बड़ा मुद्दा बताया।
नरेंद्र मोदी चुनाव में गेम चेंजर बनेंगे?
यह पूछे जाने पर कि क्या नरेंद्र मोदी चुनाव में गेम चेंजर बनेंगे, 46 प्रतिशत लोगों ने कहा-'हां', 35 प्रतिशत लोगों ने कहा, 'कुछ हद तक', जबकि 17 प्रतिशत लोगों ने कहा, 'इससे कोई असर नहीं पड़ेगा।' यह पूछे जाने पर कि सरकार कौन बनाएगा, 65 प्रतिशत ने कहा-'बीजेपी', 28 प्रतिशत ने कहा-'कांग्रेस', और केवल दो प्रतिशत लोगों ने 'आप' का नाम लिया।यह पूछे जाने पर कि किसके चुनाव प्रचार का सबसे ज्यादा असर होगा, 64 प्रतिशत लोगों ने नरेंद्र मोदी, 20 प्रतिशत ने राहुल गांधी और केवल 6 प्रतिशत लोगों ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिया।
'आप' ज्यादा कुछ हासिल नहीं कर सकती
चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर 60 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इस चुनाव में आप ज्यादा कुछ हासिल नहीं कर सकती, 31 प्रतिशत लोगों ने कहा कि आप केवल दूसरी पार्टियों के वोट काटेगी। केवल 2 प्रतिशत लोगों ने कहा कि आप सरकार बना सकती है। वह कौन सी चीज है जो बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर से क्या बचा लेगी? इस सवाल पर 43 प्रतिशत लोगों ने 'मोदी के नाम पर वोट', 25 प्रतिशत ने 'काम नहीं करनेवाले विधायकों को बदलने', 15 प्रतिशत लोगों ने 'बेहतर चुनाव प्रबंधन', 5 प्रतिशत ने 'मजबूत उम्मीदवार' और 6 प्रतिशत ने 'चुनावी वादे' की बात कही।