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Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज Goa Election 2022: गोवा में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए BJP को करना होगा ये काम

Goa Election 2022: गोवा में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए BJP को करना होगा ये काम

शुरुआती रुझान के अनुसार, राज्य में भाजपा 18 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 12 सीट पर आगे है। महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) पांच सीट पर और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) तथा आम आदमी पार्टी (आप) एक-एक सीट पर आगे चल रही हैं।

Goa Election 2022- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Goa Election 2022

नोएडाः गोवा में कुल 40 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना शुरू हो गई। यहां 14 फरवरी को मतदान हुए थे। वोटों की गिनती मडगांव और पणजी में जारी है। यहां किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 21 सीटों का बहुमत हासिल करना जरूरी है। यहां कांग्रेस और बीजेपी में कड़ा मुकाबला है। मतों की गिनती के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी कि यहां किसकी सरकार बनने जा रही है। गोवा में इस बार कुल 79.61% मतदान हुआ है।

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है गोवा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के समर्थन से तटीय राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाएगी। गोवा की 40 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ था, जिसके लिए बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे से मतगणना जारी है। शुरुआती रुझान के अनुसार, राज्य में भाजपा 18 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 12 सीट पर आगे है। महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) पांच सीट पर और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) तथा आम आदमी पार्टी (आप) एक-एक सीट पर आगे चल रही हैं। एक वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक ने बताया कि चूंकि कोई भी पार्टी अपने दम पर 21 सीटों के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाएगी, इसलिए एमजीपी ही तय करेगी कि गोवा में अगली सरकार कौन बनाएगा।

ऐसे संकेत मिले हैं कि वह भाजपा का साथ देगी, जिसके बदले में पार्टी को उप मुख्यमंत्री पद और कुछ महत्वपूर्ण विभाग दिए जाएंगे। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत शुरुआती रुझानों में सांखली सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी धर्मेश संगलानी से पीछे चल रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे वालपोई सीट पर आगे चल रहे हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार उसे स्पष्ट जनादेश मिलेगा।