पणजी: गोवा विधानसभा चुनाव में हर रोज एक नई खबर आ रही है। अब तक भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के 2 दर्जन से ज्यादा विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत पारसेकर भी टिकेट न मिलने से पार्टी छोड़ चुके हैं। वही पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भी टिकट न मिलने पर पणजी सीट से बीजेपी उम्मीदवार बाबूश उर्फ अनासितानो मोंसेरात के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भर चुके है।
इस बीच बीजेपी के आला नेताओं के जरिए लगातार उत्पल को मनाने की कोशिशें जारी है। क्योंकि मत विभाजन का सीधा फायदा पणजी सीट पर कांग्रेस को होने की उम्मीद है। पणजी बीजेपी की परंम्परागत सीट रही है और मनोहर पर्रिकर इस सीट से लगातार जीतते रहे।
वहीं अब उत्पल ने अपनी पार्टी बीजेपी को एक ऑफर दिया है। उत्पल पर्रिकर ने कहा है कि अगर बीजेपी पणजी सीट से बाबूश की जगह किसी साफ सुथरी छवि के उम्मीदवार को मैदान में उतारती है तो वो अपना पर्चा वापस लेकर पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। हालांकि उत्पल पर्रिकर के इस ऑफर पर बीजेपी ने अब तक कोई जवाब या बयान नहीं दिया है। बाबूश उर्फ अनासितानो मोंसेरात पहले कांग्रेस में थे। वह मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे और बाद में बीजेपी जॉइन कर ली थी।
पणजी विधानसभा सीट गोवा मराठी बहुल सीट है। गोवा फारवर्ड पार्टी का भी पणजी में अच्छा प्रभाव है और यह पार्टी फिलहाल कांग्रेस के साथ है। वहीं शिवसेना और एनसीपी ने पहले ही पणजी सीट पर निर्दलीय उत्पल को समर्थन देने का भरोसा दिया है और बीजेपी पर पुराने अनुयायियों, जिन्होंने गोवा में पार्टी खड़ी करने में अहम भूमिका निभाई, उन्हें नजरअंदाज करने और खनन माफियाओं, ड्रग माफियाओं, होटल जमीन माफियाओं को मदद करने का आरोप लगाया है।