दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) ने 250 वार्ड में से 134 पर जीत दर्ज कर बीजेपी के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया। बीजेपी को 104 और कांग्रेस को महज 9 सीट मिली हैं। आप की जीत के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आप कार्यालय में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, नगर निकाय को ‘भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी’ से छुटकारा मिलेगा। वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह लोगों का जनादेश था, जिसके कारण “दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे नकारात्मक पार्टी” को हराने में मदद मिली है।
दूसरी पार्टियों ने भी भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे उठाए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एमसीडी चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों में से कई आपराधिक मामलों में शामिल हैं। जीत दर्ज करने वाले कई उम्मीदवारों ने अपने एफिडेविड में अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों का खुलासा किया है। जीतने वाले आम आदमी पार्टी के 132 उम्मीदवारों में से 27 यानी 21 फीसदी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इसके इलावा बीजेपी के जीत प्राप्त करने वाले 104 उम्मीदवारों में से 12 यानी 12 फीसदी, जीतने वाले 3 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 2 यानी 67 फीसदी और कांग्रेस के जीतने वाले 9 उम्मीदवारों में से 1 यानी 11 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कितनों के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं?
अब जान लेते हैं कि इनमें से कितने उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आप के 132 में से 12 यानी 9 फीसदी, बीजेपी के 104 में से 6 यानी 6 फीसदी, 3 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 1 यानी 33 फीसदी के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसका खुलासा इन उम्मीदवारों ने खुद ही अपने एफिडेविड में किया है।