नई दिल्ली: कांग्रेस पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। हालांकि इस बीच चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत करने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी नए साल में 3 जनवरी को पंजाब के मोगा पहुंचकर कर रैली करेंगे। दरअसल मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में पंजाब चुनाव लड़ना कांग्रेस नेतृत्व के लिए भी आसान नहीं होगा। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू लगातार इसका विरोध करते रहे हैं, ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व के लिए राहुल का यह दौरा सिद्धू और चन्नी के बीच सामंजस्य बैठाने की एक पहल मानी जा रही है। इससे पहले उत्तराखंड में इसी तरीके की तकरार के बीच मामले को राहुल गांधी ने शांत करते हुए हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया गया था।
गौरतलब है कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन को लेकर दिल्ली में दो स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक आयोजित की। जिसमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद रहे। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब सांसदों की एक बैठक की थी, जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर चर्चा की गई थी।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायकों के लगातार संपर्क में हैं। माना जा रहा है पार्टी के 17 विधायक कैप्टन से संपर्क बनाए हुए हैं। ऐसे में विधायकों के कैप्टन के समर्थन में जाना, पार्टी के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसी नुकसान को रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी की ओर से चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत करने का फैसला लिया है। राहुल गांधी का यह पंजाब दौरा लगभग 15 महीने के बाद होने जा रहा है, इससे पहले राहुल किसानों के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने पंजाब गए थे।
मोगा पंजाब के केंद्र में है, इसलिए कांग्रेस को राहुल की रैली के लिए ये जगह उपयुक्त लगती है। हाल ही में शिरोमणि अकाली दल ने भी अपनी पार्टी के 100 साल पूरे होने के मौके पर इसी जगह पर कार्यक्रम का आयोजन किया था।
(इनपुट- एजेंसी)