नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का 16वीं शताब्दी के संत की जयंती के अवसर पर बुधवार को वाराणसी के रविदास मंदिर में दर्शन करने का कार्यक्रम है। वाराणसी में स्थित यह मंदिर पंजाब के लोगों के बीच बड़ा पूजनीय है और राज्य में इसके बहुत बड़े अनुयायी हैं। यहां तक कि मुख्यमंत्री और भाजपा के अनुरोध पर राज्य के चुनाव को भी टाल दिया गया था।
पंजाब में पहले 14 फरवरी को चुनाव होने थे, लेकिन रविदास जयंती को देखते हुए इसे 20 फरवरी तक के लिए टाल दिया गया। यह दौरा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और राज्य में अनुसूचित जाति के लगभग 32 प्रतिशत मतदाता हैं। कांग्रेस के पास दलित मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हैं जिनके चेहरे पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, जब वह मंदिर जा रही हैं।
प्रियंका गांधी पंजाब में पार्टी के लिए प्रचार कर रही हैं और मंगलवार को वह पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने रोपड़ में थीं। इससे पहले रविवार को उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर भाजपा नीत केंद्र सरकार के निर्देश पर अपनी सरकार चलाने का आरोप लगाया।
पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने कहा, "इसने हमें राज्य में नेतृत्व (अमरिंदर सिंह) को बदलने के लिए मजबूर किया ताकि राज्य सरकार पंजाब से संचालित हो, न कि दिल्ली से।" उन्होंने आप पर भी निशाना साधा और फिर ग्रामीण पंजाब का नजारा लेने के लिए खेतों में चहलकदमी की।
उन्होंने आम आदमी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि यह आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से उभरी है, जो भाजपा की वैचारिक शाखा है।
(इनपुट- एजेंसी)