लखनऊ: वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को कहा कि जिस लड़ाई को कांग्रेस लड़ रही है, यह एक मुश्किल लड़ाई है, यह लड़ाई साहस के साथ, वीरता के साथ और बहादुरी से ही लड़ी जा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह लड़ाई दंभकारी बीजेपी सरकार, उसके अहंकार, उसकी एजेंसी, पूंजीवाद और हर तरह के लांछन के खिलाफ लड़ रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘इस लड़ाई को लड़ने के लिए बूता चाहिए, यह सच की लड़ाई है, यह साहस की लड़ाई है।’
‘इस लड़ाई को कायरता से नहीं लड़ सकते हैं’
श्रीनेत ने कहा, ‘हमारी पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी कहती हैं कि इस लड़ाई को कायरता से नहीं लड़ सकते हैं। इसलिए जो जहां जा रहा है, हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।’ कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई वैचारिक, सैद्धांतिक और सच की है। मुझे नहीं लगता कि कोई व्यक्ति कांग्रेस में रहकर बिल्कुल विपरीत विचारधारा वाली पार्टी में जा सकता है। शायद इसी को प्रियंका जी कायरता कहती हैं, कांग्रेस के सिपाहियों के आगे बड़ी लड़ाई है। कांग्रेस यह लड़ाई लड़ती आई है और आगे भी बढ़ेगी।’
‘बीजेपी सरकार को अब हार का डर दिख रहा’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी सरकार को अब हार का डर दिख रहा है, क्योंकि बीजेपी की नीतियों से देश, प्रदेश की जनता अब परेशान हो चुकी है, थक चुकी है, ऊब चुकी है। उनका कहना था कि इस सरकार की अनीतियों का घड़ा भर चुका है, वह दिन दूर नहीं जब देश, प्रदेश की जनता इनको वोट की चोट देकर सत्ता से बाहर करेगी। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा, ‘कांग्रेस 'एक बेटा, एक माई (एक बेटा, एक मां)', 'एक बेटी, एक घर जमाई' (एक बेटी, एक दामाद) की पार्टी बन गई है। कुल ये है कांग्रेस-आई।’
‘ऐसा नेता कांग्रेस के साथ नहीं रह सकता’
बीजेपी प्रवक्ता शुक्ला ने कहा कि लेकिन, एक ऐसा नेता जो जमीन से जुड़ा है, और उसके पास देश और राज्य के लिए प्यार हैं, वह कांग्रेस के साथ नहीं रह सकता। कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह मंगलवार को बीजेपी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। जितिन प्रसाद के पिछले साल कांग्रस छोड़ने के बाद, सिंह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से दूसरे बड़े नेता हैं जो पार्टी से बाहर हो गये हैं। प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गए और बाद में योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बने।
आरपीएन ने 2009 में दी थी मौर्य को पटखनी
आरपीएन सिंह कांग्रेस के झारखंड मामलों के प्रभारी भी थे, जहां पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ सत्ता में है। उन्होंने पहले पडरौना विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था और 2009 के लोकसभा चुनावों में कुशीनगर से स्वामी प्रसाद मौर्य को हराया था। सिंह को सोमवार को उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के लिए कांग्रेस के 30 स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया था।