पणजी: तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे यह महसूस करना चाहिए कि उसके नेता भारत के सम्राट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस ने गोवा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी किया होता तो तृणमूल को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए तटीय राज्य के चुनाव मैदान में नहीं उतरना पड़ता। मोइत्रा ने कहा कि टीएमसी गोवा में गठबंधन करने के लिए तैयार है क्योंकि बीजेपी को हराना वक्त की दरकार है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को खुद के सर्वोच्च होने के तौर पर बर्ताव करना छोड़ना होगा।
चिदंबरम के बयान पर था महुआ का पलटवार
महुआ ने इससे पहले दिन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम द्वारा दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ये बातें कही। चिदंबरम ने कहा कि गोवा में कांग्रेस और बीजेपी दो मुख्य प्रतिस्पर्धी हैं और यदि आम आदमी पार्टी तथा टीएमसी आगामी विधानसभा चुनाव में अपने-अपने उम्मीदवार उतारती है और कुछ वोट हासिल करती है, तो वे गैर-बीजेपी वोटों का बिखराव करेंगी। टीएमसी नेता ने कहा कि चिदंबरम और कांग्रेस नेतृत्व को यह समझना चाहिए कि बीजेपी का मुकाबला करने का वक्त आ गया है तथा कांग्रेस के लिए यह भी समझने का वक्त आ गया है कि वह अकेले यह लड़ाई लड़ने में सक्षम नहीं है।
‘कांग्रेस को दल-बदल के बारे में बात करने का हक नहीं’
महुआ ने कहा कि कांग्रेस को दल-बदल के बारे में बात करने का कोई हक नहीं है क्योंकि उसने एम. लोबो (BJP के मंत्री), BJP नेता देलिया लोबो, पूर्व मंत्री कारलोस अल्मेडा का पार्टी में स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की परिभाषा के मुताबिक (पश्चिम बंगाल की CM) ममता बनर्जी बागी हैं और (YSR कांग्रेस प्रमुख एवं आंध्र प्रदेश के CM) जगन रेड्डी बागी हैं। TMC नेता ने कहा कि लेकिन ये लोग सीएम हैं और राज्यों में शासन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह उचित समय है कि कांग्रेस महसूस करे कि वे भारत के सम्राट नहीं हैं। गोवा विधानसभा की सभी 40 सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा। (भाषा)