बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की शेखूपुरा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार फरहा नईम ने गुरुवार को जिलाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी का टिकट लौटाते हुये प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, जिलाध्यक्ष ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया है। फरहा ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस टिकट वापस कर दिया और इस दौरान वह फूट-फूट कर रोईं तथा उन्होंने मीडिया के समक्ष कांगेस जिलाध्यक्ष ओंकार सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला अध्यक्ष सिंह ने उनके चरित्र को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है।
‘यहां तो महिलाओं का घोर अपमान हो रहा है’
नईम ने आरोप लगाया कि सिंह के आरोप महिलाओं के आत्मसम्मान के लिए घातक है इसलिए वह पार्टी का सिंबल वापस कर रही हैं, साथ ही पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रही हैं। फरहा ने कहा कि वह प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ वाले नारे को लेकर उनसे बहुत प्रभावित थी, और महिलाओं की आवाज बनकर कांग्रेस पार्टी से शेखूपुर विधानसभा का टिकट लेकर आई थी, लेकिन यहां तो महिलाओं का घोर अपमान हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ओंकार सिंह महिलाओं के चरित्र पर अमर्यादित बयान बाजी करते है।
‘फरहा ने बसपा प्रत्याशी से किया समझौता’
नईम ने कहा कि पिछले काफी सालों से कई बार शिकायत के बावजूद वह पद पर काबिज हैं। उन्होंने शीघ्र ही पूरी स्थिति से पार्टी आलाकमान को अवगत कराने की बात भी कही है। फरहा के आरोपों को खारिज करते हुये सिंह ने कहा कि वह महिलाओं को मातृ शक्ति मानते हैं और कभी भी उनका अपमान नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि फरहा उनपर आधारहीन आरोप लगा रहीं हैं और उनके पास कोई साक्ष्य है तो वह इसे पेश करें। सिंह ने बताया कि फरहा ने बीएसपी प्रत्याशी मुस्लिम खान से समझौता कर लिया है और इसलिए वह उन पर अनर्गल आरोप लगा रही हैं।