नई दिल्ली: चुनाव अधिकार संगठन ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) ने मंगलवार को बताया कि हाल में हुए 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव जीतने वाले लगभग 45 फीसदी उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। एडीआर ने गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में सभी 690 जीतने वाले उम्मीदवारों के स्व-सत्यापित हलफनामों का विश्लेषण किया है। 690 उम्मीदवारों में से 219 जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
सभी पार्टी के जीते आपराधिक उम्मीदवार
रिपोर्ट के अनुसार अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित करने वाले 312 विजयी उम्मीदवारों में से 134 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के, समाजवादी पार्टी (सपा) के 71, आम आदमी पार्टी (आप) के 52, कांग्रेस के 24 और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के सात उम्मीदवार हैं।
क्या है एडीआर रिपोर्ट में
- गोवा में विजयी उम्मीदवारों में से 40 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित, जबकि 33 प्रतिशत ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए।
- उत्तर प्रदेश में 51 फीसदी विजयी उम्मीदवारों ने आपराधिक मामले घोषित किए, जबकि 39 फीसदी ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए।
- पंजाब में 50 प्रतिशत विजयी उम्मीदवारों ने आपराधिक मामले घोषित किए जबकि 23 प्रतिशत ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए।
- उत्तराखंड चुनाव में 27 प्रतिशत विजयी उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले और 14 प्रतिशत ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए।
- मणिपुर चुनाव में जीत दर्ज करने वाले 23 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 18 फीसदी ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए।
87 फीसदी उम्मीदवार हैं करोड़पति
एडीआर रिपोर्ट को अनुसार लगभग 87 प्रतिशत या ऐसे उम्मीदवार विजयी हुए जो करोड़पति है। 598 विजयी उम्मीदवार करोड़पति हैं और एक विजेता उम्मीदवार की औसत संपत्ति 7 से 8 करोड़ रुपये है। एजुकेशन की बात करें तो जीते हुए 178 (26%) उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने 5वीं से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की है। वहीं, 487 (71%) उम्मीदवार ग्रेजुएट हैं या उनके पास हायर डिग्री है. इसके अलावा, 15 उम्मीदवार डिप्लोमा होल्डर हैं। (भाषा)