Assembly Elections 2022: ट्विटर ने पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में वोट डालने से पहले नागरिकों को सही जानकारी देने के लिए गुरुवार को सूचना संबंधी कई कदमों की घोषणा की। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च तक 7 चरणों में होंगे और 10 मार्च को मतगणना होगी। कुल मिलाकर 690 विधानसभा सीट के लिए मतदान होगा और पांचों राज्यों में 8.5 करोड़ महिलाओं सहित 18.3 करोड़ लोग मतदान करने के लिए पात्र होंगे।
ट्विटर ने एक बयान में कहा, "जब चुनाव होते हैं तो लोग मतदान के बारे में विश्वसनीय जानकारी खोजने, उम्मीदवारों और उनके घोषणापत्रों के बारे में जानने और स्वस्थ नागरिक चर्चा एवं बातचीत में शामिल होने के लिए ट्विटर पर आते हैं। सार्वजनिक बातचीत के लिए एक सेवा के रूप में, ट्विटर लोगों को अपने नागरिक अधिकारों का प्रयोग करते समय सही निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।"
ओपन इंटरनेट द्वारा संचालित ट्विटर के कदम न केवल उच्च मतदान सुनिश्चित करने पर केंद्रित हैं, बल्कि यह सुनिश्चित करने में भी सहायता करेंगे कि मतदाता पूरे चुनाव चक्र में शामिल हों और इस दौरान उनके पास पूरी जानकारी रहे। ट्विटर मतदाताओं की मदद के लिए एक उचित इमोजी की भी शुरुआत करेगा। बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, एक मतदाता शिक्षा प्रश्नोत्तरी लोगों को चुनाव के बारे में आवश्यक तथ्यों से अवगत कराते हुए सवाल-जवाब में संलग्न करेगी।
ट्विटर ने कहा कि उसने विधानसभा चुनावों के लिए विश्वसनीय और आधिकारिक जानकारी की खोज आसान बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग और मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ मिलकर एक ‘सर्च प्रॉम्प्ट’ शुरू किया है। इसने कहा कि जब लोग ट्विटर के एक्सप्लोर पेज पर संबंधित कीवर्ड के साथ खोज करेंगे तो यह ‘सर्च प्रॉम्प्ट’ सूचना के विश्वसनीय, आधिकारिक स्रोत प्रदान करेगा तथा यह लोगों को उन संसाधनों तक ले जाएगा जहां वे उम्मीदवार सूचियों, मतदान तिथियों, मतदान केंद्रों तथा अन्य चीजों के बारे में विश्वसनीय जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
अंग्रेजी के अलावा, यह ‘सर्च प्रॉम्प्ट’ हिंदी, पंजाबी और कोंकणी में उपलब्ध होगा और कई हैशटैग होंगे। इसके अलावा, ट्विटर पांच राज्यों में गैर-लाभकारी संस्थाओं के लिए कार्यशालाओं और प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन करेगा जिसका उद्देश्य चुनावों से संबंधित गलत सूचना से निपटना होगा। ट्विटर इंडिया की सार्वजनिक नीति प्रबंधक पायल कामत ने कहा कि कंपनी भारत निर्वाचन आयोग सहित अधिकारियों के साथ साझेदारी में काम कर रही है और इस चुनावी मौसम में नागरिक संवाद को मजबूत करने तथा गुणवत्ता भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए ओपन इंटरनेट की शक्ति का उपयोग करना जारी रखेगी।