लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के आरोप पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ बीजेपी ने उनकी पार्टी के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया। उधर, बीजेपी के राज्यसभा सदस्य और यूपी के पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल ने मंगलवार को अखिलेश की पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि सपा ने प्रदेश की जनता को डरा धमकाकर वोट लेने की नीयत से गुंडों, दंगाइयों और हिस्ट्रीशीटरों को टिकट दिया है।
समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में पत्रकारों ने जब गैंगस्टर एक्ट के मामले में पिछले दिनों पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये कैराना के विधायक व सपा उम्मीदवार नाहिद हसन तथा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका को लेकर सवाल किया गया तो सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी पर पिछले 5 वर्ष में सबसे ज्यादा झूठे मुकदमे किसी ने लगाए तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लगाए और उसी कड़ी में नाहिद हसन (कैराना के विधायक जिन्हें गत दिनों पुलिस गैंगस्टर एक्ट के एक मामले में गिरफ्तार किया) भी आते हैं।
यादव ने कहा कि जिस तरह से भाजपा प्रायोजित पीआईएल (जनहित याचिका) दाखिल करवाती है उस तरह पीआईएल हो तो भाजपा पूरे देश में कहीं से चुनाव नहीं लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं और आपराधिक मामले में अगर सबसे ज्यादा विधायक विधानसभा में पहुंचे हैं तो भाजपा ने पहुंचाए हैं। सपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार में सपा के कई लोगों पर इतने झूठे मुकदमे दर्ज किये गये हैं, जिसकी आप कल्पना नहीं कर सकते हैं।
अखिलेश ने कहा कि सपा के कई नेताओं पर, वरिष्ठ नेताओं पर लगातार भाजपा की सरकार में झूठे मुकदमे लगाए गये। उल्लेखनीय है कि रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान हैं जो विभिन्न आपराधिक मामलों में सीतापुर जेल में बंद हैं और दो दिन पहले ही उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खान जमानत पर रिहा हुए हैं। सपा प्रमुख ने अपने बगल में बैठे अब्दुल्ला आजम खान को लेकर इशारा किया कि अब लड़ाई लगातार लड़नी पड़ेगी, इनको फंसाने में कांग्रेस और भाजपा दोनों एक हो गये थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अपना दल (कमेरावादी) की नेता कृष्णा पटेल ने जब से उनकी पार्टी के साथ गठबंधन किया है, तब से उन्हें सरकार के उत्पीड़न और अत्याचार का सामना' करना पड़ रहा है।
यादव ने कहा कि यह सरकार क्यों डरी है, आज हर वर्ग के लोग दुखी हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य, ओमप्रकाश राजभर, कृष्णा पटेल और रालोद उनके साथ हैं तो 400 सीट आने में कोई दिक्कत नहीं है। यादव ने पहले ही दावा किया था कि उप्र की 403 विधानसभा सीटों में उनका गठबंधन 400 सीटें जीतेगा। उधर, भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि सपा ने प्रदेश की जनता को डरा धमकाकर वोट लेने की नीयत से गुंडों, दंगाइयों और हिस्ट्रीशीटरों को टिकट दिया है।
मंगलवार को भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बृजलाल ने कहा कि गुंडों, दंगाइयों को अपना टिकट देकर समाजवादी पार्टी ने गुण्डाराज और दंगा राज की वापसी कराने का अपना मंसूबा जाहिर कर दिया है। सपा ने प्रदेश की जनता को डरा धमकाकर वोट लेने की नीयत से गुंडों, दंगाइयों और हिस्ट्रीशीटरों को टिकट दिया है। उन्होंने कहा कि ये गुंडे, माफिया गरीब कल्याण की योजनाओं में डाका डालने की नीयत से मैदान में उतरे हैं, सपा प्रमुख का इन्हें खुला संरक्षण है। भाजपा सांसद ने कहा कि अखिलेश यादव ने जिन अब्दुल्ला आजम को अपने बगल बैठाकर सम्मानित किया वह ‘फर्जीवाड़े’ में अपनी सीट गंवा चुके हैं और 43 मुकदमों में जमानत पर हैं।
पूर्व डीजीपी ने आरोप लगाया कि सपा ने कैराना से नाहिद हसन, धौलाना से असलम चौधरी, बुलंदशहर से हाजी यूनुस, मेरठ से रफीक अंसारी, लोनी से मदन भैया, साहिबाबाद से अमरपाल, स्याना से दिलनवाज को चुनाव में उतारा है। उन्होंने दावा कि ये कौन हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर और शातिर अपराधियों की सूची में है। बृजलाल ने सवाल उठाया कि ये लोग विधानसभा में जाएंगे तो जनता के लिए क्या काम करेंगे? इसका जवाब अखिलेश यादव जी को देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि सहारनपुर दंगों के आरोपी मास्टरमाइंड मोहर्रम अली पप्पू को पार्टी में शामिल कर वे प्रदेशवासियों को क्या संदेश देना चाहते हैं?