UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एआईएमआईएम पार्टी ने अपने पहले लिस्ट की घोषणा कर दी है। ओवैसी की पार्टी से एक ब्राह्मण नेता को भी टिकट दिया गया है। इसको लेकर यूपी के सियासी गलियारों मे खलबली मची है। टिकट लेने वाले नेता करीब 22 साल तक समाजवादी पार्टी में रह चुके हैं।
एआईएमआईएम पार्टी में अकेले ब्राह्मण पंडित मनमोहन झा गाजियाबाद के साहिबाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। आईएएनएस से बात करते हुए कहा , समाजवादी पार्टी कहीं न कहीं पूंजी वाद के गोद में बैठ गई है। राजनीति में पूंजीवाद आ जाए तो निश्चिंत होकर समझ लेना चाहिए कि गरीब, मजदूर और किसानों के अधिकारों का हनन होगा। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने गाजियाबाद की साहिबाबाद से एक हिंदू और वो भी ब्राह्मण उम्मीदवार को टिकट देकर सबको चौंका दिया है। दरअसल मनमोहन झा ने अपना राजनीतिक की शुरूआत सपा में वार्ड उपाध्यक्ष से की थी। हफ्ते भर पहले साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के इंचार्ज रहते हुए उन्होंने पार्टी छोड़ी।
AIMIM के विचारधारा में आस्था
22 साल सपा में रहे साहिबाबाद से उधर सीट नहीं मिली तो आपने पार्टी बदल दी इसमें कितनी सच्चाई है? इस सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि, यह कहना गलत होगा, जब मैंने एआईएमआईएम जॉइन की तो टिकट नहीं मांगा था, हमें पार्टी के विचारों में आस्था है। गरीबों की आवाज उठाने के लिए आलाकमान ने हमको चुनाव में उतार दिया है। यदि टिकट की लालच होती तो हम किसी भी पार्टी में चले जाते। यह गरीब बनाम अमीर की लड़ाई है और मजदूर हमारे भाग्य का निर्णय करेगा।
मूल रूप से बिहार निवासी मनमोहन झा ने दावा किया है कि वे जीत जाएंगे। उनकी पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 18 सीटों पर लड़े, इस बार 100 पर लड़ रहे हैं और आगामी चुनाव में पूरे प्रदेश में लड़ेंगे जीतेंगे और सत्ता बनाएंगे। साहिबाबाद क्षेत्र में बिहार और पूर्वांचल लोगों की आधी आबादी है। 10 लाख वोट में 5 लाख वोट हैं।