लखनऊ: उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित भाजपा नीत सरकार के 25 मार्च को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए प्रशासन जोर-शोर से तैयारियों में जुटा हुआ है। प्रदेश में फिर से गठित हो रही भाजपा नीत सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च की शाम चार बजे राजधानी में शहीद पथ स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने शनिवार दोपहर इकाना स्टेडियम का दौरा किया और स्टेडियम प्रबंधन के साथ शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों पर विस्तार में चर्चा की। सहगल ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां मुख्य सचिव डीएस मिश्रा के नेतृत्व में की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में करीब 75 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि समारोह में खास तौर से महिला लाभार्थियों को बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि भाजपा विधायक दल के नेता का चुनाव 21 मार्च को होने की संभावना है। ऐसा माना जा रहा है कि एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के शपथ ग्रहण में शामिल होने की संभावना है। साथ ही केंद्र सरकार के कई मंत्रियों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों के भी शामिल होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को क्रमशः पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया है एवं शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को योगी के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने 403-सदस्यीय विधानसभा में 255 सीटें जीतीं हैं और उसके सहयोगियों ने 18 अन्य सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी का रास्ता साफ किया है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव हुए और 10 मार्च को नतीजे घोषित किए गए।