एक महीने पहले जहां पुल गिरने से गई थी 135 लोगों की जान, उस मोरबी में BJP की बंपर जीत
करीब एक महीने पहले मोरबी में केबल पुल टूटने से हुए हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी। मोरबी सीट पर अमृतिया को 1,13,701 मत प्राप्त हुए हैं जबकि पटेल के खाते में 52,121 वोट आए हैं।
मोरबी: गुजरात की जिस विधानसभा सीट पर बीजेपी की जीत ने सबको चौंकाया वो है मोरबी सीट। चुनाव की तारीखों के ऐलान ने ठीक कुछ दिन पहले मोरबी में पुल हादसा हुआ था जिसमें 135 लोगों की मौत हो गई थी। विरोधियों को लगा था कि कम से कम इस सीट पर तो बीजेपी हारेगी लेकिन बीजेपी ने सही रणनीति बनाई। मोरबी के सिटिंग MLA और भूपेंद्र पटेल सरकार के मंत्री ब्रजेश मेरजा का टिकट काटकर कांतिलाल अमृतिया को उम्मीदवार बनाया। कांतिलाल अमृतिया ने मोरबी हादसे के बाद खुद नदी में कूदकर कई लोगों की जान बचाई थी। मोरबी की जनता ने भी कांतिलाल की हिम्मत की दाद दी और आज उन्हें बंपर वोटों से जीत दिलाई। कांतिलाल अमृतिया ने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के जयंतीलाल पटेल से 62,079 मतों के अंतर से हरा दिया है।
पुल ढहने की त्रासदी में एक तारणहार के रूप में सामने आए थे कांतिलाल
गौरतलब है कि करीब एक महीने पहले मोरबी में केबल पुल टूटने से हुए हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी। मोरबी सीट पर अमृतिया को 1,13,701 मत प्राप्त हुए हैं जबकि पटेल के खाते में 52,121 वोट आए हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पंकज राणसरीया को 17,261 मत मिले हैं। पुल ढहने की त्रासदी में अमृतिया एक तारणहार के रूप में सामने आए थे। हादसे के शिकार लोगों को बचाने के लिये अमृतिया के नदी में कूदने का वीडियो वायरल हो गया था। इसे लेकर अमृतिया की ‘मोरबी के नायक’ के रूप में देशभर में तारीफ भी हुई थी।
कांतिलाल ने 5 बार मोरबी निर्वाचन क्षेत्र से दर्ज की थी जीत
अमृतिया ने अतीत में पांच बार मोरबी निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की थी। पटेल पिछले चुनाव में भाजपा प्रतिद्वंद्वियों से पांच बार हार चुके हैं। राणसरीया के आप प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया था लेकिन वह मतदाताओं को रिझाने में विफल रहे। राणसरीया पाटीदार समुदाय से हैं। मोरबी में पाटीदार मतदाताओं का बाहुल्य है और यह भाजपा का पारंपरिक गढ़ माना जाता है। मच्छू नदी पर ब्रिटिश कालीन झूलते पुल के टूट जाने के बाद मोरबी सुर्खियों में आया था। अक्टूबर में हुए इस हादसे में 135 लोगों की जान चली गई थी जिससे चुनावी समीकरण पर असर पड़ने की आशंका जतायी जा रही थी। अमृतिया की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने निवर्तमान विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजेश मेरजा को हटाकर उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया।