क्या योगी राज में मुसलमानों को डरकर रहना पड़ेगा, जानिए सीएम योगी ने Chunav Manch कार्यक्रम में क्या कहा?
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों की आबादी 19 फीसदी है जबकि सरकारी योजनाओं में भागीदारी 35 फीसदी। मुसलमानों को सरकारी योजनाओं से काफी फायदा पहुंचा है। यूपी में मुसलमानों को घर और राशन भी मिले हैं। हम किसी का मजहब, जाति या चेहरा देखकर काम नहीं करते।
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'चुनाव मंच' पर कहा कि यहां डरकर रहने की कोई आवश्यकता ही नहीं है, यूपी में 24 करोड़ जनता की सुरक्षा और सम्मान तथा उनके स्वावलंबन की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है, सरकार उनके साथ खड़ी है और हर प्रकार का सहयोग देने के लिए तैयार है, साढ़े 4 वर्ष में कोई भी व्यक्ति नहीं कह सकता कि उनके पर्व और त्यौहारों में वाधा पैदा की गई हो। यूपी में मुस्लिम आबादी 17-19 प्रतिशत है और राज्य में योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है उन कल्याणकारी योजनाओं में मुस्लिम समुदाय को 33-35 प्रतिशत लाभ मिलता है। जितनी आबादी है उससे दोगुना उन्हें लाभ दिया जा रहा है। हमने कभी इसमें भेदभाव नहीं किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योजनाओं का लाभ सबको लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं। अखिर ये 35 फीसदी लाभ प्राप्त करने वाली आबादी सिर्फ वोट बैंक बनकर ही क्यों रह गई। इसका मतलब वे वंचित रहे हैं, उन लोगों तक साशन की योजनाओं को पहुंचाने में तंत्र विफल था या फिर तंत्र अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए लड़ाने भिड़ाने में ज्यादा रुचि ले रहा था। वर्तमान में 15 करोड़ लोगों को फ्री में राशन देने की व्यवस्था हो रही है कि फ्री में राशन दिया जा रहा है। हमने 42 लाख लोगों को घर दिया है, कोई नहीं कह सकता कि किसी की जाति या मजहब को देखकर घर दिया है।
उत्तर प्रदेश के अंदर सामान्य उपभोक्ताओं को हम सस्ती बिजली देते हैं: योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने चुनाव मंच कार्यक्रम में कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर सामान्य उपभोक्ताओं को हम सस्ती बिजली देते हैं। इस समय हमें बिजली 7 रुपये प्रति यूनिट पड़ती है। हम सामान्य उपभोक्ता को 3 रुपये प्रति यूनिट और किसान को एक रुपये प्रति यूनिट देते हैं। इसके बीच जो गैप है उसे सरकार देती है। 19 मार्च 2017 को मैंने जैसे ही शपथ ली, शाम तक मेरे पास फाइल पहुंच गई कि अब गोरखपुर में 24 घंटे बिजली देनी है। मैंने पूछा कि बाकी 74 जनपदों का क्या होगा? उन्होंने कहा कि साहब यही होता रहा है, तो मैंने कहा कि जो होता रहा है उसी को बदलने के लिए आए हैं। बिजली मिलेगी तो सभी 74 जिलों को समान रुप से बिजली मिलेगी वर्ना गोरखपुर को कोई अकेले बिजली नहीं देगा।
लव जिहाद का कानून प्रदेश की आवश्यकता थी: योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लव जिहाद का कानून प्रदेश की आवश्यकता थी। प्रदेश के अंदर भयमुक्त वातावरण देने का जो हमारा वादा था, हमने उसके अनुसार इसे बनाया है। हम कानून का दुरुपयोग किसी को नहीं करने देंगे, और इस कानून के दायरे में हर व्यक्ति को सुरक्षा की गारंटी देंगे। अपनी-अपनी उपासना की स्वतंत्रता सबको है, लेकिन आप किसी की मजबूरी का लाभ उठाकर उसे धर्मांतरित करेंगे तो उत्तर प्रदेश में यह स्वीकार्य नहीं होगा। केरल के हाई कोर्ट ने 2009 में लव जिहाद का जिक्र किया था। कर्नाटक में भी इस तरह का एक आदेश जारी हुआ था। हम सच्चाई से अपने को अलग नहीं कर सकते। ऐसे बहुत से उदाहरण थे जहां धोखे से खुद को दूसरे धर्म का बताकर शादी की और बाद में बेसहारा छोड़ दिया या हत्या कर दी। हमने ऐसे लगभग 100 मामले चिन्हित किए, कानून बनाया और इसके लिए अदालत में भी लड़ाई लड़ी।
'दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद यूपी, बिहार के लोगों के साथ काफी अत्याचार हुआ था'
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के साथ काफी अत्याचार हुआ था। उनके पानी और बिजली के कनेक्शन काट दिए गए, जबर्दस्ती घर खाली करा दिए गए। पौने दो करोड़ की आबादी वाली एक छोटी-सी दिल्ली को नहीं संभाल पाए, और आज हमें ये आईना दिखाने आ रहे हैं? यूपी के पंचायत चुनावों में 75 में से 67 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के बने हैं। 826 विकास खंडों में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बीजेपी के कार्यकर्ता 650 से ज्यादा सीटों पर विजयी हुए हैं। 2019 के चुनावों में जनता ने महागठबंधन को खारिज किया था। जनता ने हर चुनाव में अपनी सोच दिखाई है।