तमिलनाडु की कोयंबटूर दक्षिण सीट पर कमाल दिखाएंगे कमल हासन? जानें, क्या कहते हैं आंकड़े
दक्षिण के सुपरस्टार से राजनेता बने कमल हासन को कोयंबटूर दक्षिण में कड़ी चुनावी लड़ाई का सामना करना पड़ सकता है।
चेन्नई: दक्षिण के सुपरस्टार से राजनेता बने कमल हासन को कोयंबटूर दक्षिण में कड़ी चुनावी लड़ाई का सामना करना पड़ सकता है। सोमवार को इस सीट से उन्होंने 6 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी मक्कल नीधि मय्यम (MNM) से नामांकन पत्र दाखिल किया। इस सीट पर AIADMK-बीजेपी गठबंधन की उम्मीदवार के रूप में बीजेपी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन, डीएमके-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस नेता मयूरा जयकुमार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (AMMK) ने AIADMK के पूर्व नेता चैलेंजर आर डोरिसामी को चुना है जो एक उद्योगपति हैं।
2016 में AIADMK प्रत्याशी की हुई थी जीत
श्रीनिवासन ने 2016 के विधानसभा चुनावों में 21.57 वोटिंग प्रतिशत के साथ अकेले 33,113 वोट हासिल किए थे और AIADMK के उम्मीदवार अम्मान के. अर्जुनन ने 38.94 प्रतिशत के साथ 59,788 वोट पाकर सीट जीती थी। अन्नाद्रमुक और बीजेपी अब एक चुनावी गठबंधन में हैं और श्रीनिवासन का इस गठबंधन का उम्मीदवार होना उन्हें एक मजबूत स्थिति में रखता है। साल 2016 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मयूरा जयकुमार ने 27.60 वोटिंग प्रतिशत पर 42,369 वोट हासिल किए थे और एआईएडीएमके के अम्मान के अर्जुनन से चुनाव हार गए थे।
महेंद्रन को मिले थे 23 हजार से ज्यादा वोट
चैलेंजर दोराई अन्नाद्रमुक के पूर्व विधायक थे, जिन्होंने तत्कालीन द्रमुक उम्मीदवार एन. पलानीसामी को 27,796 मतों के अंतर से हराया था। कमल हासन की उम्मीद अपनी पार्टी के उपाध्यक्ष आर महेंद्रन द्वारा 2019 के संसद चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मिले वोटों पर टिकी है। MNM के टिकट पर महेंद्रन ने चुनाव में कोयम्बटूर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से 23,838 वोट हासिल किए थे, लेकिन सीपीएम-डीएमके गठबंधन के पी. आर. नटराजन से पीछे तीसरे स्थान पर रहे थे। नटराजन को 64,453 वोट मिले, जबकि बीजेपी के सी.पी. राधाकृष्णन ने 46,368 वोट हासिल किए।
महेंद्रन से ज्यादा लोकप्रिय चेहरा हैं कमल हासन
हालांकि, कमल हासन महेंद्रन की तुलना में जनता के बीच बहुत अधिक लोकप्रिय चेहरा हैं और अगर कमल को मुस्लिम समुदाय से जमीनी समर्थन मिल जाता है तो वह चुनाव जीत सकते हैं। मुसलमानों और ईसाइयों का इस निर्वाचन क्षेत्र में 25 प्रतिशत वोट हैं और दलितों का 20 प्रतिशत वोट बैंक है। कमल हासन अपनी लोकप्रियता के साथ इन मतदाताओं पर ताकत झोंक रहे हैं। आर महेंद्रन ने बताया, ‘कमल हासन दक्षिण भारत के एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में मुझे मिले वोटों के सहारे उन्हें अल्पसंख्यक मुसलमानों, ईसाइयों और दलितों का समर्थन हासिल कर शानदार जीत मिलेगी।’ (IANS)