कोलकाता: पश्चिम बंगाल में मालदा जिला परिषद के कई सदस्यों के बीजेपी में शामिल होने के कारण परिषद पर पार्टी का नियंत्रण हो गया है। मालदा जिले की हबीबपुर विधानसभा सीट से टिकट मिलने के बावजूद पार्टी की नेता सरला मुर्मू ने सोमवार को अपने समर्थकों के साथ टीएमसी छोड़ दी है और बीजेपी में शामिल हो गईं। सरला मुर्मू के अलावा टीएमसी के 14 अन्य नेता, जिनमें मालदा जिला परिषद के अध्यक्ष गौर चंद्र मंडल और टीएमसी के कॉर्डिनेटर अमलान भादुड़ी शामिल हैं, बीजेपी में शामिल हो गए।
बता दें कि जैसे-जैसे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीखें पास आ रही हैं वैसे-वैसे तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़े झटके लग रहे हैं। टीएमसी विधायक सोनाली गुहा, दीपेंदु बिस्वास, रवींद्रनाथ भट्टाचार्य, जाटू लाहिड़ी और टीएमसी उम्मीदवार हबीबपुर सरला मुर्मू ने सोमवार को बीजेपी ज्वॉइन कर ली। इन नेताओं ने पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी और मुकुल रॉय की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल हुए।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने मालदा जिले के हबीबपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपनी उम्मीदवार सरला मुर्मू को बदलकर उनके स्थान पर प्रदीप बास्के को उम्मीदवार बनाने का सोमवार को फैसला किया। तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी किसी उम्मीदवार को किसी निर्वाचन क्षेत्र से उसकी निजी इच्छा के अनुसार नहीं, बल्कि उसके जीतने की संभावनाओं के आधार पर खड़ा करती है।
तृणमूल ने एक बयान जारी करके कहा, ‘‘यह सूचित किया जाता है कि सरला मुर्मू के खराब स्वास्थ्य के कारण मालदा जिले के हबीबपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बदलना पड़ा। प्रदीप बास्के इस निर्वाचन क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।’’ मुर्मू से इस संबंध में बात नहीं हो सकी। तृणमूल और भाजपा के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में करो या मरो के जबरदस्त मुकाबले में किसी उम्मीदवार को बदलने का यह पहला मामला है।
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