नंदीग्राम: भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम में बाहरी बताते हुए बुधवार को कहा कि राज्य में जिन लोगों के साथ चिटफंड कंपनियों ने धोखा किया है, बीजेपी की सरकार बनने के बाद उन्हें उनके पैसे लौटाए जाएंगे। एक समय तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे अधिकारी ने बनर्जी पर चुनाव से पहले धर्म के आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी प्रमुख ने मंगलवार नंदीग्राम में चंडीपाठ भी 'गलत तरीके से' किया। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल की सरकार के कारण चिटफंड घोटाला हुआ और उसके नेताओं ने 'जनता का पैसा' लूटा।
‘मैं नंदीग्राम का भूमिपुत्र हूं, यहां का नियमित मतदाता हूं’
हाल ही में तृणमूल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए अधिकारी ने अपने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा, 'वह (बनर्जी) नंदीग्राम में बाहरी हैं। वह यहां पर मतदान भी नहीं करती। मैं न केवल भूमिपुत्र हूं बल्कि इस इलाके का नियमित मतदाता भी हूं। मैं वर्षों से इस इलाके के लोगों के साथ हूं जबकि बनर्जी केवल चुनाव के दौरान यहां आती हैं।' नंदीग्राम की चर्चित विधानसभा सीट पर एक अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होगा। इस हाई प्रोफाइल विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर शुभेंदु अधिकारी आमने-सामने होंगे।
ममता ने नंदीग्राम से दाखिल किया नामांकन
ममता बनर्जी ने बुधवार को नंदीग्राम विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया और जीतने का विश्वास जताते हुए कहा कि वह नंदीग्राम से कभी खाली हाथ नहीं लौटीं। बनर्जी ने तृणमूल प्रदेश अध्यक्ष सुव्रत बक्शी की उपस्थिति में हल्दिया सब डिविजनल कार्यालय में नामांकन दाखिल किया। इससे पहले उन्होंने दो किलोमीटर लंबे रोड शो में हिस्सा लिया और एक मंदिर में पूजा अर्चना की। नामांकन दाखिल करने में बाद बनर्जी एक और मंदिर गईं। उन्होंने कहा, ‘नंदीग्राम केवल एक नाम नहीं है यह एक आंदोलन का नाम है। मैं सभी का नाम भूल सकती हूं लेकिन नंदीग्राम का नाम नहीं भूल सकती। मेरे लिए इस स्थान का इतना महत्व है।'