पंजाब विधानसभा चुनाव 2022: शिरोमणि अकाली दल ने जारी की पहली लिस्ट, 64 उम्मीदवारों का किया एलान
पंजाब में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने सोमवार को 64 उम्मदीवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है।
चंडीगढ़: पंजाब में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने सोमवार को 64 उम्मदीवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के 64 उम्मीदवारों की घोषणा की है। आमतौर पर बीजेपी-कांग्रेस जैसी दिग्गज पार्टियां चुनाव से 10-15 दिन पहले ही लिस्ट का ऐलान करती हैं, लेकिन SAD ने करीब 6 महीने पहले ऐलान कर अपनी नई बाजी चल दी है। अकाली दल की पहली लिस्ट में कई महत्वपूर्ण सीटें भी शामिल हैं।
पार्टी ने शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को जलालाबाद सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा पार्टी ने गुरदासपुर से गुरबचन सिंह बाबेहाली, अमृतसर उत्तर से अनिल जोशी, अमृतसर पश्चिम से डॉ दलबीर सिंह वेरका, अटारी से गुलजार सिंह रानिके, तरनतारन से हरमीत सिंह संधू और जालंधर सेंट्रल से चंदन ग्रेवाल को मैदान में उतारा है।
जानिए किसे कहां से मिला टिकट
पार्टी के मुख्य कार्यालय से जारी की सूची के अनुसार स. सुखबीर सिंह बादल स्वयं विधानसभा हलका जलालाबाद से चुनाव लड़ेंगें। जत्थेदार तोता सिंह हलका धर्मकोट, स. जनमेजा सिंह सेखों जीरा, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा रोपड़, स. महेशइंदर सिंह ग्रेवाल लुधियाना पश्चिमी, स. सिकंदर सिंह मलका रामपुरा फूल,स. जगमीत सिंह बराड़ मोड़, स. शरनजीत सिंह ढ़िल्लों साहनेवाल तथा स. गुलजार सिंह रणीके अटारी (एस.सी) , स. सुरजीत सिंह रखड़ा समाणा, श्री अनिल जोशी अमृतसर उत्तरी, प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा खेमकरन, स हरमीत सिंह संधू तरन तारन, स. परमबंस सिंह रोमाणा फरीदकोट, श्री राजकुमार गुप्ता सुजानपुर, स. गुरबचन सिंह बब्बेहाली गुरदासपुर, स. अमरपाल सिंह बोनी अजनाला, स. मलकी सिंह ए.आर जंडियाला( एस.सी), स. तलबीर सिंह गिल अमृतसर दक्षिण, डाॅ. दलबीर सिंह खहरा फिलौर (एस.सी), स. गुरप्रताप सिंह वडाला नकोदर श्री चंदन ग्रेवाल जालंधर सैंट्रल, स. जगबीर सिंह बराड़ जालंधर कैंट , श्री पवन कुमार टीनू आदमपुर (एस.सी), स. सरबजोत सिंह साहबी मुकेरियां, स. सोहन सिंह ठंडल चब्बेवाल राखवां, स. सुरिंदर सिंह ठेकेदार गढ़शंकर, डाॅ. सुखविंदर सुक्खी बंगा आरक्षित, स. रंजीत सिंह गिल खरड़, स. जगदीप सिंह चीमा फतेहगढ़ साहिब, स. गुरप्रीत सिंह राजुखन्ना अमलोह, स. परमजीत सिंह ढ़िल्लों समराला, स. रंजीत सिंह ढ़िल्लों लुधियाना पूर्व, श्री हरीश राय ढ़ांडा आत्मनगर, स. प्रितपाल सिंह पाली लुधियाना सैंट्रल, स. दर्शन सिंह शिवालिक गिल (एस.सी), स. मनप्रीत सिंह अयाली दाखा, श्री एस.आर. कलेर जगराओ(एस.सी), स. तीर्थ सिंह माहला बाघा पुराणा, स. बरजिंदर सिह बराड़ मोगा, स. चरनजीत सिंह बराड़ राजपुरा, स. जोगिंदर सिंह जिंदू फिरोजपुर ग्रामीण (एस.सी), स. कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी मुक्तसर, स. मनतार सिंह बराड़ कोटकपुरा, स. सूबा सिंह बादल जैतों (एस.सी), स. दर्शन सिंह कोटफत्ता भूच्चो मंडी (एस.सी) , श्री सरूप चंद सिंगला बठिंडा शहरी, स. परकाश सिंह भटटी बठिंडा ग्रामीण (एस.सी) , स. जीत महिंदर सिंह सिंधू तलवंडी साबो, श्री प्रेम कुमार मानसा, स. गुलजार सिंह गुलजारी दिड़बा (एस.सी), स. सतनाम सिंह राही भदोड़ (एस.सी), स. कुलवंत सिंह कंता बरनाला, स. इकबाल सिंह झूंदा अमरगढ़, श्री कबीर दास नाभा(एस.सी) , श्री एन.के शर्मा डेराबस्सी, स. हरदिंरपाल सिंह चंदूमाजरा सनौर तथा बीबी वनिंदर कौर लूंबा हलका शतराणा (एस.सी) से पार्टी के उम्मीदवार होंगें।
अकाली दल ने बहुजन समाज पार्टी से किया है गठबंधन
विधानसभा चुनाव के लिए अकाली दल ने मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी से हाथ मिलाया है। पंजाब में 117 विधानसभा सीट हैं। पंजाब की कुल 117 सीटों में से बहुजन समाज पार्टी 20 सीटों पर और अकाली दल बाकी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। इससे पहले जब अकाली दल का बीजेपी से गठबंधन था तो 23 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ती थी।
22 साल बाद NDA से हुआ अलग
बता दें कि, 2020 के मानसून सत्र में मोदी सरकार 3 नए कृषि कानून लेकर आई थी, जिसका विरोध बीजेपी की सहयोगी पार्टी अकाली दल ने किया। इसके बाद 17 सितंबर 2020 को हरसिमरत कौर ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। फिर अकाली दल के शीर्ष नेतृत्व ने 22 साल बाद एनडीए से अलग होने का ऐलान किया।
जानिए 2017 में क्या हुआ था
2017 में पंजाब विधानसभा की 117 सीटों पर चुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस ने 77 सीटें हासिल कीं। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने 22 सीटों पर कब्जा जमाया। वहीं बीजेपी और अकाली दल ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। इसके बावजूद भी उसे सिर्फ 18 सीटें ही मिलीं।