कोलकाता: निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में मंगलवार को चुनाव वाले सभी 31 विधानसभा क्षेत्रों को ‘संवेदनशील’ बताते हुए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत सोमवार को निषेधाज्ञा लागू कर दी। एक अधिकारी ने इस बारे में बताया। निषेधाज्ञा लागू होने के बाद तीन जिलों के निर्वाचन क्षेत्रों में मंगलवार को लोगों के जमावड़े पर प्रतिबंध होगा जहां तीसरे चरण का मतदान होना है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘दक्षिण 24 परगना (भाग दो) में सभी 16 विधानसभा क्षेत्रों, हावड़ा (भाग-एक) में सात सीटों और हुगली (भाग-एक) में आठ सीटों के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने का फैसला किया गया है जहां मंगलवार को मतदान होना है।’’
राज्य के 31 विधानसभा क्षेत्रों में 10,871 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से शाम साढ़े छह बजे तक मतदान होगा। तीनों जिले में कुल 78,52,425 मतदाता हैं और मंगलवार को मतदान में 205 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
बंगाल में चुनाव जीतने के प्रति आश्वस्त हूं: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि चोटिल होने के बावजूद वह राज्य का चुनाव जीतेंगी और आगे दिल्ली की सत्ता पर नजर होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में उनके ही लोग शासन करेंगे।
खुद को ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ बताते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पश्चिम बंगाल में किसी गुजराती का शासन नहीं होगा। बनर्जी ने कहा, ‘‘(चोटिल होने के बावजूद) एक पैर से मैं बंगाल जीतूंगी और दो पैर से दिल्ली।’’
ममता बनर्जी ने कहा कि 10 मार्च को नंदीग्राम में भाजपा समर्थकों की कथित धक्का-मुक्की के कारण वह चोटिल हो गयी थीं। हालांकि, चुनावी पर्यवेक्षक की रिपोर्ट पर गौर करने के बाद चुनाव आयोग ने कहा था कि नंदीग्राम की घटना एक हादसा थी और सुनियोजित हमला नहीं हुआ था।