Saltora Vidhan Sabha Chunav Result: पश्चिम बंगाल की सालतोरा विधानसभा सीट पर वोटों की गिनती पूरी हो गई है। यहां भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी चंदना बाउरी ने जीत दर्ज की है। यहां बीजेपी की चंदना बाउरी का मुकाबला टीएमसी के संतोष मोंडल से था। चंदना ने सीट 4145 के अंतर से जीती है। इस सीट पर भाजपा, टीएमसी और सीपीएम तीनों ही पार्टियों ने अपना प्रत्याशी बदला है। सालतोरा विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के अंतर्गत आती है।
BJP ने दिहाड़ी मजदूर की पत्नी को बनाया है प्रत्याशी
चंदना बाउरी के पति एक दिहाड़ी मजदूर हैं जो रोजाना सिर्फ 400 रुपए कमा पाते हैं। चंदना बाउरी ने सल्तोरा सीट से अपना नामांकन भरते समय चुनाव आयोग को जो शपथपत्र दिया था उसके अनुसार उनके खुद के बैंक खाते में सिर्फ 6335 रुपए हैं जबकि उनके पति के खाते में महज 1561 रुपए जमा हैं।
चंदना बाउरी के शपथपत्र के अनुसार, उनकी कुल अचल संपत्ति 31985 रुपए है जबकि उनके पति श्रबण की कुल अचल संपत्ति 30311 रुपए है। भाजपा प्रत्याशी चंदना या उनके पति किसी तरह की कृषि जमीन के मालिक नहीं हैं और दिहाड़ी मजदूरी करके अपना परिवार चलाते हैं। जब चंदना के पति मजदूरी के लिए जाते हैं तो वह भी अपने पति के साथ हाथ बंटाती हैं।
हालांकि, चंदना अपनी पति से ज्यादा पढ़ी हुई है, उनके पति सिर्फ आठवीं पास हैं जबकि चंदना खुद 12वीं तक पढ़ी है। अन्य संपत्ति के नाम पर उनके पास 3 बकरी, 3 गाय और एक झोंपड़ी है। दोनों पति पत्नी मनरेगा कार्ड होल्डर भी हैं। चंदना और उनके पति को पिछले साल ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने के लिए 60000 रुपए की पहली किश्त मिली है, जिसकी सहायता से दोनों ने दो कमरों वाला पक्का मकान बनाया है।
हालांकि, चंदना भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ सदस्य हैं लेकिन विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सल्तोरा सीट से जब उनके नाम की घोषणा की तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी, उनके पड़ौसियों ने उन्हें बताया कि भाजपा ने उन्हें सल्तोरा सीट से प्रत्याशी घोषित किया हुआ है।
चंदना के पति श्रबण हालांकि पहले फारवर्ड ब्लॉक के सदस्य थे लेकिन उनका कहना है कि 2011 में जब तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनी तो टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उनका उत्पीड़न किया जिसके बाद वे भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ गए।
पिछले चुनावों में क्या हुआ था?
पिछले चुनाव में इस सीट पर टीएससी के स्वप्न बोरी ने सीपीएम के सस्थि चरन बोरी को मात दी थी। टीएमसी को इस चुनाव में 84,979 वोट मिले थे और उन्हें 12 हजार वोटों से ज्यादा मतों से जीत हासिल हुई थी। इस सीट पर भाजपा के स्नेहाशीष मोंडल को महज 14,991 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था।
साल 2011 के विधानसभा चुनाव में भी इस सीट पर टीएमसी के स्वप्न बोरी ने धमाकेदार जीत हासिल की थी। उन्होंने इस चुनाव में सीपीएम के प्रत्यासी को 12 हजार से ज्यादा मतों से हराया था।